Maharashtra News: एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कहा है कि जिन लोगों के पास दो से अधिक बच्चे हैं, उन्हें किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जानी चाहिए, उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में विधायकों और सांसदों को भी चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य बनाया जाना चाहिए. रविवार को बारामती में एक कार्यक्रम में बोलते हुए पवार ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि के मामले भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है.
'बढ़ती आबादी के लिए हम सब जिम्मेदार'
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि मेरे दादाजी मुझसे कहा करते थे कि जब हम आजाद हुए थे तो हमारी आबादी 35 करोड़ थी और अब यह 142 करोड़ हो चुकी है, इसके लिए हम सब जिम्मेवार हैं. दो दिन पहले दिए गए एक इन्टरव्यू में पवार ने जोर देते हुए कहा था कि सभी राजनीतिक दलों को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए.
'दो से ज्यादा बच्चों वालों को कोई रियायत न दी जाए'
उन्होंने कहा कि अपने देश, राज्य, जिले और क्षेत्र की भलाई के लिए हमें एक या दो बच्चे पैदा करने के बाद रुक जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अब से उन लोगों को किसी प्रकार की कोई रियायत नहीं दी जानी चाहिए जिनके दो से अधिक बच्चे हैं.
'रियायत न मिले तभी लोग इस बारे में सोचेंगे'
पवार ने कहा कि जब विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री थे तो हमने यह फैसला लिया था कि ग्राम पंचायतों, जिला परिषदों और तालुका पंचायतों के स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को तीन से अधिक बच्चे होने पर अयोग्य ठहराया जाए. हमने यह फैसला बेहद सावधानी से लिया था लेकिन लोग पूछते हैं कि सांसदों और विधायकों के संबंध में इस तरह का निर्णय क्यों नहीं लिया जाता, तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह हमारे हाथ में नहीं है और यह हमारी मांग है कि केंद्र को ऐसा करना चाहिए. उन्होंने कहा यदि दो से अधिक बच्चों वाले लोगों को कोई रियायत नहीं दी जाती है तो वे इस मुद्दे के बारे में अधिक जागरूक हो जाएंगे.
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