Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) विधानसभा (Assembly) में विपक्ष के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने शनिवार को बजट सत्र (Budget Session) के दौरान मंत्रियों की अनुपस्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) नीत सरकार की आलोचना की.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार ने कांग्रेस (Congress) और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेताओं के साथ बजट सत्र का पहला दिन समाप्त होने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘‘सदन में मंत्रियों की गैरमौजूदगी रही, उनकी भागीदारी नहीं दिखी जब हम सत्ता में थे, अगर संबंधित कैबिनेट मंत्री मौजूद नहीं होते थे, तो उस विभाग का प्रभारी राज्य मंत्री कार्यभार संभालता था’’
इस मुद्दे को लेकर पहले भी हुई है सरकार की आलोचना
राकांपा नेता अजित पवार इस सत्र के दौरान मंत्रियों की अनुपस्थिति को लेकर सरकार की तीखी आलोचना करते रहे हैं. दरअसल करीब दस दिन पहले विपक्ष की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया था. लेकिन आठ में से सात प्रस्तावों पर पर चर्चा नहीं हो सकी थी, क्योंकि संबंधित विभागों के मंत्री विधानसभा में मौजूद नहीं थे. इसी को लेकर अजित पवार ने नाराजगी जताई थी और सरकार की आलोचना की थी. इसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंत्रियों की गैरमौजूदगी पर माफी भी मांगी थी. बता दें अजित पवार ने पिछले शीतकालीन सत्र में भी मंत्रियों की गैरमौजूदगी के मुद्दे को उठाया था.
क्या होता है ध्यानाकर्षण नोटिस
बता दें कि ध्यान आकर्षण प्रस्ताव संसद में किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर किसी मंत्री का ध्यान आकर्षिक करने के लिए लाया जाता है. प्रस्ताव लाने वाला सदस्य संबंधित मंत्री या नेता से उस मुद्दे पर बयान की मांग करता है. नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने बजट सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही शुरू होने के दौरान यह मुद्दा उठाया था .