Maharashtra Cabinet Expansion: महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार से पहले गहमागहमी जारी है. इस बीच उप-मुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने वित्त मंत्रालय पर दावा ठोक दिया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपी प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने कहा, "अगर अजित पवार को वित्त मंत्रालय नहीं मिला तो सरकार का कोई मतलब नहीं रह जाएगा."


अजित पवार ने गुरुवार (12 दिसंबर) को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि उन्होंने मंत्रियों की संख्या और मंत्रालय पर अपनी मांग अमित शाह के सामने रखी.


अजित पवार ने क्या कहा?


अमित शाह से मुलाकात के दौरान अजित पवार के साथ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार मौजूद थीं. अजित पवार ने अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा कि हमने गन्ने के मुद्दे पर चर्चा की. मैंने अमित शाह से गन्ने की दर बढ़ाने का अनुरोध किया. उन्होंने जनवरी तक निर्णय लेने का वादा किया है. अजित पवार ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा 14 दिसंबर को होगी. 


मिटकरी का पूरा बयान


मिटकरी ने कहा, "2024 के चुनावों से पहले, पूरे महाराष्ट्र ने लाडली बहना योजना और किसानों के बिजली बिलों की माफी जैसी कल्याणकारी योजनाओं को लागू होते देखा. योजनाओं को लागू करते समय, वित्त मंत्री के रूप में अजित पवार यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ न पड़े. अगर महाराष्ट्र में वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करना है, तो वित्त विभाग अजित पवार को मिलना चाहिए." 


अजित पवार पूर्ववर्ती एकनाथ शिंदे की सरकार में भी उप-मुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री थे. अब देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में भी वित्त मंत्रालय पर दावा ठोक दिया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि कैबिनेट विस्तार के बाद फडणवीस अजित पवार को कौन सा मंत्रालय सौंपते हैं. 


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