Akshay Shinde Encounter Case: महाराष्ट्र के बदलापुर में यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार को एनकाउंटर में मौत हो गई. इसके बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई. विपक्ष लगातार महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर हमलावर है. इसपर शिवसेना नेता संजय निरुपम का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि बदलापुर का बदला पूरा हुआ. फेक एनकाउंटर अगर है भी तो इसे ज्यादा मुद्दा बनाने की आवश्यकता नहीं है.


शिवसेना नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह न्याय नहीं दे सकी, शिंदे सरकार ने न्याय दिया. लाड़ली बहन, सुरक्षित बहन दोनों ध्येय हैं. अक्षय शिंदे की मां और परिजन को अपने बेटे के कृत्य से किनारा कर लेना चाहिए. एनकाउंटर करनी वाली पुलिस पर आरोप लगते हैं."


संजय निरुपम ने सोमवार को कहा था, "कल तक जो लोग बदलापुर के बलात्कारी को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे, वे उसके एनकाउंटर पर आंसू हा रहे हैं. महा विकास अघाड़ी के नेता तय करके बताएं कि वे एक बलात्कारी के साथ खड़े हैं या महाराष्ट्र पुलिस के जाबांज जवानों के साथ?"


सुधीर मुनगंटीवार ने क्या कहा?


इससे पहले बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी. महाराष्ट्र सरकार में मत्स्य पालन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बदलापुर कांड के मुख्य आरोपी के एनकाउंटर के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह आरोपी था. उसने पुलिसकर्मियों पर हमला किया, लेकिन अब विपक्ष उसके प्रति सहानुभूति दिखा रहा है. वहां क्या हुआ उसे जाने बगैर इस तरह की बातें हैरान करने वाली हैं. पुलिस के काम पर संदेह करना गलत है. हैरानी की बात यह है कि जो विपक्ष पहले आरोपियों को सीधे फांसी देने की मांग कर रहा था वही आज सवाल उठा रहा है. पुलिस किसी पार्टी की नहीं है, इसलिए सवाल ही नहीं उठता सकते.


बता दें कि बदलापुर मामले पर नाना पटोले ने कहा था कि खबर मिली है कि बदलापुर में यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है. पता चला है कि शिंदे ने पुलिस से बंदूक छीनकर खुद पर और पुलिस पर गोली चलाई थी. इसलिए पुलिस की गोली से उसकी मौत हो गई.


नाबालिग लड़कियों के साथ रेप का आरोपी था अक्षय शिंदे


रिपोर्ट के अनुसार, अक्षय शिंदे बदलापुर के एक स्कूल में सफाईकर्मी था. शिंदे पर स्कूल की नाबालिग लड़कियों के साथ रेप का आरोप लगा था. वह जेल में बंद था. सोमवार शाम को पुलिस जब उसे ट्रांजिट रिमांड के लिए जेल से थाने लेकर जा रही थी, तभी आरोपी ने मुंब्रा बाईपास के पास पुलिसकर्मी निलेश मोरे की सर्विस रिवॉल्वर खींच ली. आरोपी ने पुलिसवालों पर तीन गोलियां चलाईं. एक गोली पुलिसकर्मी के पैर में जाकर लगी, जबकि दो मिसफायर हो गईं. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया था और बाद में उसकी मौत हो गई थी.