'...याकूब मेमन, जाकिर नाइक, औरंगजेब फैन क्लब का नेता', उद्धव ठाकरे और शरद पवार पर बरसे अमित शाह
Amit Shah Speech: महाराष्ट्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला है. शाह ने अपने बयान में जाकिर नाइक का भी जिक्र किया है.
Amit Shah on Uddhav Thackeray and Sharad Pawar: महाराष्ट्र के पुणे में बीजेपी अधिवेशन को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार को 'भ्रष्टाचार का सरगना' और उद्धव ठाकरे को 'औरंगजेब फैन क्लब का नेता' बताया.
MVA नेताओं पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, 'उद्धव ठाकरे पीएफआई का समर्थन करने वालों की गोद में बैठे हैं. आप उन लोगों के साथ बैठे हैं, जिन्होंने याकूब मेमन को रिहा करने की अपील की थी. उद्धव ठाकरे आप उन लोगों की गोद में बैठे हैं, जिन्होंने जाकिर नाइक को 'शांति का दूत' कहा था. क्या औरंगजेब फैन क्लब देश को सुरक्षित कर सकता है? केवल भारतीय जनता पार्टी ही देश और महाराष्ट्र को सुरक्षित रख सकती है.'
क्या बोले अमित शाह?
अमित शाह ने कहा, अगर भारतीय राजनीति में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा 'सरगना' कोई है तो वह शरद पवार हैं. इस बारे में मेरे मन में कोई भ्रम नहीं है. मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि पवार ने देश में भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया." उन्होंने पवार पर आरोप लगाया कि जब वह सत्ता में थे तो उन्होंने देश और महाराष्ट्र के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया. ऐसे लोगों की इस बार महाराष्ट्र की जनता विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी और बीजेपी नीत गठबंधन महाराष्ट्र में भारी जीत हासिल करेगी.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद राहुल गांधी का अहंकार चूर-चूर हो जाएगा. हम कड़ी मेहनत करेंगे और अपने लिए नए लक्ष्य तय करेंगे, महाराष्ट्र में भगवा फिर से लहराना चाहिए. विपक्ष ने देश में भ्रांति फैलाने का काम किया है. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक झूठी कहानी गढ़ी है कि संविधान बदलने जा रहा है और आरक्षण खत्म हो जाएगा. अगर किसी ने आरक्षण को मजबूत किया है तो वह पीएम मोदी हैं, जिन्होंने पिछले 10 सालों में कई कड़े और बड़े कदम उठाए हैं.
अमित शाह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता में थी तो उसने मराठों को आरक्षण दिया था, लेकिन जब भी शरद पवार की सरकार सत्ता में आती है, तो मराठा कोटा गायब हो जाता है. मराठों के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए महायुति सरकार को सत्ता में आना चाहिए. साल 2014 में महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आया और मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया, तब राज्य में बीजेपी सरकार थी.
देवेंद्र फडणवीस हमारी पार्टी से मुख्यमंत्री थे. इसके बाद शरद पवार की सरकार आई और मराठा आरक्षण गायब हो गया. हम फिर से आए और आरक्षण देने का काम किया. अगर शरद पवार की सरकार आएगी तो आरक्षण फिर से हटा दिया जाएगा.
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