Maharashtra MP Amol Kolhe: बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के एक सांसद की शायराना अंदाज में सरकार पर तंज की वीडियो चर्चा का विषय बनी हुई है. इस वीडियो को कई राजनेता शेयर कर चुके हैं. इस सांसद का नाम अमोल कोल्हे है. कोल्हे वर्तमान में महाराष्ट्र के शिरूर लोकसभा सीट से  राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं. दरअसल कोल्हे वीडियो में शायराना अंदाज में राम मंदिर का जिक्र कर केंद्र सरकार को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरते नजर आ रहे हैं.


हिंदुस्तान में सियासत और फिल्म जगत का चोली दामना का साथ है. अमोल कोल्हे का शुमार भी मराठी सिनेमा के जाने माने एक्टर के रुप में होता है. उन्हें मराठी भाषा में प्रसारित होने वाले टीवी शो राजा शिवछपति में छत्रपति शिवाजी का किरदार के लिए एक अलग पहचान मिली. कई मौकों पर इस युवा सांसद की तारीफ खुद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी कर चुके हैं. अमोल कोल्हे ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत शिवसेना से की थी. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वह शिवसेना के स्टार प्रचारक रहे थे.






अमोल कोल्हे साल 2024 का सांसद रत्न पुरस्कार
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में निजी कारणों से अमोल कोल्हे ने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया.इस चुनाव में एनसीपी ने उन्हें शिरूर लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया था. साल 2019 लोकसभा चुनाव में अमोल कोल्हे ने शिवसेना प्रत्याशी शिवाजीराव अधालाराव पाटिल को हराया था. इस चुनाव में कोल्हे को 49.17 फीसदी वोट हासिल किया था. वह हालिया दिनों में फिल्मों में कम राजनीति में अधिक सक्रिय हैं.यही वजह है कि अमोल कोल्हे को साल 2024 में उन पांच सांसदों के साथ सांसद रत्न सम्मान दिया जाएगा.


मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, बीते साल जुलाई माह में एनसीपी दो धड़ों में बंट गई थी. जिसमें एक की अगुवाई महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार कर रहे हैं, जबकि दूसरे की अगुवाई शरद पवार कर रहे है. एनसीपी में फूट के बाद सांसद अमोल कोल्हे ने सियासत छोड़ना चाहते थे. हालांकि जब उन्होंने इस बार में शरद पवार से बात की तो उन्होंने अपना ये फैसला दिया. 
 
अमोल कोल्हे ने शायराना अंदाज में सरकार को घेरा
सोशल मीडिया पर इन दिनों अमोल कोल्हे की जो वीडियो सुर्खियों में है, वह उन्होंने 2 अक्टूबर को बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सुनाई थी. संसद के इस भाषण के दौरान अमोल कोल्हे ने सरकार पर शायराना अंदाज में तंज किया. उन्होंने अपने इस भाषण में महंगाई, बेरोजगारी, पत्रकारिता की विश्वसनीयता पर सवाल, केंद्रीय एंजेंसियों की संदिग्ध भूमिका का आरोप लगाकर सरकार को घेरने की कोशिश की है.


अमोल कोल्हे ने अपना भाषण शुरू करते हुए कहा, "मैं राम मंदिर के लिए पूरे देश को बधाई देता हूं." उन्होंने आगे कहा कि "जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का प्रश्न आया तो किसी ने पूछा कि कलश के बिना समारोह कैसे हो सकता है, तो किसी ने कहा कि जब चुनाव ही प्राण है तो सोचिए कितनी प्रतिष्ठा दांव पर लगी होगी. लोग ऐसी बातें कहेंगे, यह उनका काम है कहना. आप लोगों की बात मत सुनो, बस दिल से बात करो. फिर भी हम खुश थे क्योंकि 500 ​​साल का सपना सच हो रहा था और हमारे अंदर का हिंदू जाग गया था."


मराठी सिनेमा से बनाई अलग पहचान
अमोल कोल्ह का जन्म महाराष्ट्र के पुणे जिले के नारायण गांव में 18 सिंतबर 1980 को हुआ था. उन्होंने मुंबई से एमबीबीएस में डिग्री कोर्स किया. हालांकि उन्होंने मेडिकल को छोड़ फिल्मों की तरफ रुख किया. अमोल कोल्हे ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत टेलीविजन से की. टीवी पर प्रसारित होने वाले कई महत्वपूर्ण शो में उन्होंने अहम किरदार निभाए. टीवी में अमोल कोल्हे को स्वराज्य सरकार संभाजी और स्वराज्य जननी जीजामाता जैसे सीरियल से घर-घर में पहचान मिली. 


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