Maharashtra News: मुंबई पुलिस ने डिजाइनर अनीक्षा (Aniksha) को गिरफ्तार कर लिया है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की पत्नी अमृता फडणवीस (Amruta Fadnavis) ने डिजाइनर के खिलाफ ब्लैकमेल और धमकी देने का केस दर्द कराया था. पुलिस दूसरे आरोपी अनिल जयसिंघानी की तलाश कर रही है. एनसीपी नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) द्वारा विधानसभा में मामला उठाए जाने के बाद मामला तूल पकड़ गया, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने गुरुवार दोपहर इस मामले को 'गंभीर' बताया और पूरे मामले की गहन जांच की मांग की. फडणवीस ने मामले की पूरी जांच का आश्वासन दिया और यहां तक कि उन्हें निशाना बनाने और कलंकित करने के लिए राजनीतिक साजिश का संकेत भी दिया.


बाद में, फडणवीस ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उनकी पत्नी अमृता करीब 16 महीने पहले अनीक्षा के संपर्क में आई थीं, वह (अनीक्षा) कई बार फडणवीस के घर आई और उनका विश्वास जीता. अनीक्षा - जो नवंबर 2021 से फडणवीस परिवार के संपर्क में थीं - ने अमृता को कुछ डिजाइनर कपड़े, आभूषण और अन्य सामान दिए थे, जिसमें उन्होंने अपने सामाजिक और सार्वजनिक कार्यक्रमों में इनका प्रचार करने का अनुरोध किया था ताकि वह परिवार की मदद कर सकें.



इसके बाद, उनका विश्वास हासिल करने के बाद, अनीक्षा ने अपने पिता (अनिल जयसिंघानी) को एक आपराधिक मामले में फंसाने में मदद करने के लिए अमृता को 1 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की कोशिश की, लेकिन जब वह इसके झांसे में नहीं आई और उसे मोबाइल पर ब्लॉक कर दिया, तो उसने (अनीक्षा) धमकी और ब्लैकमेल का सहारा लिया.


Maharashtra Politics: चुनावों के लिए अभी MVA में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं, कांग्रेस खेमा बोला- 'इसे बाद में...'


फडणवीस ने कहा कि अनीक्षा ने कथित तौर पर अमृता को यह बताकर लुभाने और फंसाने की कोशिश की कि उसके पिता पुलिस को सट्टेबाजों के बारे में जानकारी दे रहे थे, और कहा कि फडणवीस दंपति पुलिस को उन सटोरियों की उपेक्षा करने या उनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देकर पैसा कमा सकते हैं, और वे उन्हें पैसे कमाने के और रास्ते दिखाएंगी. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों बाद, अनीक्षा ने अमृता को एक अज्ञात नंबर से कुछ वीडियो क्लिप, आवाज और टेक्स्ट संदेश भेजे. 


गुरुवार शाम को एक बयान में, नाना पटोले ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उपमुख्यमंत्री (जो पुलिस विभाग को नियंत्रित करने वाले गृह मंत्री भी हैं) का परिवार सुरक्षित नहीं है, तो राज्य के लोग कैसे सुरक्षित महसूस कर सकते हैं?