(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Andheri East bypoll: शिवसेना की बगावत के बाद राज्य में पहला चुनाव, ऋतुजा रमेश के साथ ये सात उम्मीदवार मैदान में
Maharashtra News: इस सीट से शिवसेना के विधायक और ऋतुजा लटके के पति रमेश लटके का मई में निधन हो गया था. जिसके बाद से यह सीट खाली थी.
Andheri East bypoll 2022: छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर आज सुबह से मतदान जारी है. मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट भी इनमें शामिल है. एकनाथ शिंदे और 39 अन्य विधायकों की बगावत से शिवसेना के दो खेमों में बंटने और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गिरने के बाद राज्य में यह पहला चुनाव है. ताजा जानकारी के अनुसार सुबह 9 बजे तक 3.61 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी है.
अंधेरी ईस्ट सीट पर सात उम्मीदवार मैदान में
इस सीट पर 7 उम्मीदवार आमने-सामने हैं. हालांकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना से उम्मीवार बनाई गईं ऋतुजा रमेश लटके को इस सीट पर जीत का प्रबल दावेदार मनाया जा रहा है. ऋतुजा रमेश लटके के अलावा बाला नादर, मनोज नायक, नीना खेडेकर, फरहाना सिराज सैयद, मिलिंद कांबले और राजेश त्रिपाठी भी इस सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसमें से चार उम्मीदवार निर्दलीय हैं.
Maharashtra | People queue up to cast their votes for #AndheriEastBypoll; visuals from polling booth no. 205, Rajarshi Shahu Maharaj School
— ANI (@ANI) November 3, 2022
Voting is underway for assembly by-elections in seven vacant seats across six states. pic.twitter.com/ujACumKywb
रमेश लटके के निधन के बाद खाली थी सीट
बता दें कि इस सीट से शिवसेना के विधायक और ऋतुजा लटके के पति रमेश लटके का मई में निधन हो गया था, तभी से यह सीट खाली थी. जानकारी के लिए बता दें कि इस सीट पर एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. बीजेपी ने इस सीट पर पहले उम्मीदवारी घोषित की थी लेकिन शरद पवार के आग्रह पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया. ऋतुजा लटके पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. सक्रिय राजनीति में आने से पहले वह बीएमसी में कार्यरत थीं. एनसीपी और कांग्रेस ने इस सीट पर लटके की उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
इन राज्यों में भी उपचुनाव जारी
अंधेरी के अलावा बिहार की मोकामा, गोपालगंज, तेलंगाना के मुनुगोडे, हरियाणा के आदमपुर, उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ, ओडिशा की धामनगर सीट पर चुनाव हो रहा है. जिन क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास तीन, कांग्रेस के पास दो और शिवसेना एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पास एक-एक सीट थी. इन उपुचनाव के नतीजों से विधानसभाओं में राजनीतिक दलों की स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन उन्होंने इसे हल्के में नहीं लिया है और आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार किया है, मतों की गिनती छह नवंबर को होगी.
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