Anil Babar Passes Away: महाराष्ट्र के सांगली जिले के खानापुर-अटपाडी विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना के शिंदे गुट के विधायक अनिल बाबर का बुधवार (31 जनवरी) को निधन हो गया. 74 साल के अनिल बाबर को निमोनिया के कारण मंगलवार (30 जनवरी) की दोपहर सांगली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


अनिल बाबर का जन्म सांगली के खानापुर तालुका के गार्डी गांव में हुआ था. उनके निधन की खबर के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने आज होने वाली कैबिनेट को बैठक रद्द कर दी है.  वो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेहद ही करीबी और भरोसेमंद विधायक माने जाते थे.





मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अनिल बाबर के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, ''खानापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनिल बाबर का दुखद निधन हो गया है. उनके निधन से हमने शिवसेना की सामाजिक कार्य शाखा चलाने वाले एक बहुत प्रभावी जन प्रतिनिधि को खो दिया है. उनका अंतिम संस्कार सरकारी श्मशान घाट में कराने के निर्देश दिए गए हैं.''
 
एकनाथ शिंदे ने कहा कि अनिल बाबर नेचाहे वह बेघरों को घर देने की कोशिश हो या रक्तदान शिविरों का आयोजन, कृष्णा वैली वाटर एंड टेंट योजना को लागू करने की कोशिश या शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से जमीनी स्तर पर शिक्षा का प्रसार करना अनुकरणीय जन प्रतिनिधि के रूप में काम किया. उन्होंने आटपाडी क्षेत्र में किसानों की समस्याओं के लिए हमेशा जुझारू होकर संघर्ष किया. मैंने करीबी सहयोगी और मार्गदर्शक को खो दिया है.


19 साल की उम्र से शुरू की राजनीति
शिवसेना में फूट के बाद अनिल बाबर ने एकनाथ शिंदे के साथ जाने का फैसला किया. उन्होंने महाविकास अघाड़ी से नाराजगी जताते हुए एकनाथ शिंदे की बगावत का पुरजोर समर्थन किया और वह गुवाहाटी में शुरू से ही एकनाथ शिंदे के साथ थे. अयोग्यता के मामले में ठाकरे गुट की तरफ से दी गई नामों की सूची में अनिल बाबर का नाम सबसे आगे था. अनिल बाबर 2019 में शिवसेना के चुनाव चिह्न पर विधायक चुने गए थे. उन्होंने निर्दलीय खड़े सदाशिव पाटिल को हराया था. अनिल बाबर 1990, 1999, 2014, 2019 में चार बार विधायक रहे हैं. किसान परिवार में जन्मे बाबर ने 19 साल की उम्र में राजनीति में एंट्री की थी.


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