Maharashtra News: महाराष्ट्र में हुए सियासी उठापटक पर शरद पवार गुट के सीनयर नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख का बयान सामने आया है. उन्होंने बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा. पूर्व मंत्री ने कहा कि एक सवा डेढ़ साल से महाराष्ट्र में जो तोड़फोड़ की राजनीति हो रही है उससे तंग आ चुकी है. महाराष्ट्र में यही चल रहा है. पहले शिवसेना को तोड़ा गया, उद्धव ठाकरे के विधायकों को तोड़ा गया. 50-50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया. अभी एनसीपी में हमारे जो सीनियर नेता (अजित पवार) थे उनको हमसे अलग किया गया.


गौरतलब है कि शरद पवार गुट के नेता बीजेपी पर हमलावर है. बीजेपी पर पार्टी को तोड़ने के आरोप लगाए जा रहे हैं. अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार के सामने एनसीपी को बचाने की चुनौती है क्योंकि अजित पवार गुट ने पार्टी पर कानूनी दावा ठोक दिया हुआ है. अजित पवार को उनके गुट ने पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुन लिया है और साथ ही उनका गुट महाराष्ट्र और संगठन में बदलाव भी कर रहा है.



अजित पवार के साथ एनसीपी के कुल 9 विधायकों ने बगावत कर दी और महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हो गए. अभी तक विभागों को बंटवारा नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में होने वाले कैबिनेट विस्तार में नेताओं को उनके विभाग दे दिए जाएंगे. वहीं सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय कैबिनेट में अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल को जगह मिल सकती है. 


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उधर एनसीपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल ने प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नोटिस मिलने की वजह से अजित पवार के खेमे में शामिल होने की खबरों को रविवार को खारिज कर दिया. शिवसेना-बीजेपी सरकार में मंत्री बनने के बाद पुणे जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र अंबेगांव में एक कार्यक्रम में वाल्से पाटिल ने कहा कि वह अपने राजनीतिक अस्तित्व का श्रेय वरिष्ठ पवार को देते हैं. वाल्से पाटिल शरद पवार के भतीजे अजित पवार के नेतृत्व में पिछले रविवार (2 जुलाई) को राज्य के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले एनसीपी के नौ विधायकों में शामिल हैं.