Maharashtra News: असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम मुंबई समेत महाराष्ट्र में कई सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर ओवैसी ने एबीपी माझा के साथ विशेष बातचीत की जिसमें उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल मुसलमानों का वोट तो लेना चाहती है लेकिन उन्हें टिकट नहीं देना चाहती. ओवैसी ने बीजेपी की 'बी' टीम बुलाए जाने पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारी पार्टी अमेठी में तो चुनाव लड़ने नहीं गई थी फिर आपके उम्मीदवार वहां से चुनाव क्यों हारे. 


ओवैसी ने मुस्लिम नेताओं को टिकट न देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ''महाराष्ट्र में जितने राजनीतिक दल हैं वो लोग मुस्लिम समाज को टिकट नहीं देते या कम देते हैं. जनसंख्या के हिसाब से महाराष्ट्र विधानसभा में 35 मुस्लिम विधायक होने चाहिए. अगर इस देश की सबसे बड़ी माइनोरिटी का प्रतिनिधित्व नहीं होगा तो लोकतंत्र कैसे मजबूत होगा. हमारे लोकतंत्र की सच्चाई है जिस समाज के पास राजनीतिक शक्ति नहीं होती उसका सामाजिक और आर्थिक विकास नहीं होता. हमारी कोशिश है कि लोकतंत्र को मजबूत किया जाए और उनका राजनीतिक सशक्तिकरण हो.'' महाराष्ट्र में एमआईएम कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी? इस सवाल पर ओवैसी ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ चर्चा चल रही है और उसके बाद घोषणा करेंगे.


केवल वोट लेने तक मोहब्बत है- ओवैसी
ओवैसी की पार्टी पर वोट काटने के आरोप लगते हैं. इसको लेकर ओवैसी ने खुद जवाब दिया, ''2019 में औरंगाबाद की सीट पर इम्तियाज ने शिवसेना के 21 साल पुराने सांसद को हराया. ये तो जनता का फैसला होता है. मुझे यकीन है कि औऱंगाबाद की आवाम उन्हें सांसद बनाएगी. आप मुस्लिम को टिकट क्यों नहीं देते. पाखंड यह है कि वोट लेना चाहते हैं पर टिकट नहीं देना चाहते. कई सीट हैं मुंबई में लेकिन टिकट नहीं देना चाहते. उस हद तक मोहब्बत है लेकिन लीडर नहीं देखना चाहते. सेल्फी लीजिए, माला पहनिए और रमजान आ रहा है तो इफ्तार की पार्टी कर खजूर मुंह में डाल दीजिए यही काम है.''


हम तो नहीं गए थे फिर अमेठी क्यों हारे- ओवैसी
कांग्रेस द्वारा बीजेपी की बी टीम कहे जाने पर ओवैसी ने कहा, ''कांग्रेस यह नहीं बता सकती है कि अशोक चव्हाण क्यों गए. उनके कई नेता चले गए. उसका जिम्मेदार कौन है. उनके नेता अमेठी से हार गए मैं तो नहीं गया था वहां. जहां 35 फीसदी वोटर मुस्लिम हैं वहां चुनाव लड़ने गए. वे चाहते हैं कि मुस्लिम की पॉलिटिकल लीडरशिप नहीं बने. सबका नेता हो सकता है. मराठा का नेता, दलित का हो सकता है ओबीसी की हो सकता है लेकिन मुसलमान का नहीं होना चाहिए.''


हमें  सेक्युलरिज्म का कूली न बनाएं- ओवैसी
कांग्रेस पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा कि, ''आपका एक ही काम है बीजेपी को हराओ. मैं भी कहता हूं कि बीजेपी को हराओ, लेकिन मुसलमानों को सेक्युलरिज्म का कूली बनाकर नहीं रख सकते. आप आरक्षण की बात करते हैं. मराठा को दीजिए लेकिन मुसलमानों को भी दीजिए. सबको हिस्सा मिलना चाहिए. आप मुसलमानों की बात नहीं करेंगे कि इससे कम्युनल फोर्स को फायदा होगा.''


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