Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महायुति की नई सरकार के गठन के बाद भी ईवीएम के मसले को लेकर बहस छिड़ी हुई है. विपक्ष लगातार इसे लेकर सवाल उठा रहा है. इस बीच बीजेपी नेता अशोक चव्हाण इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि ईवीएम को लेकर जो बातें चल रही हैं वो बिल्कुल आधारहीन हैं. उन्हें अपनी हार को स्वीकार करनी चाहिए.


बीजेपी नेता अशोक चव्हाण ने ईवीएम के मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए कहा, ''जब आप तेलंगाना, कर्नाटक जीतते हैं, तो इसे लेकर कुछ नहीं बोलते. जब आप हार जाते हैं, तो बात करते हैं. इसमें कोई लॉजिकल नहीं है, पॉलिटिकल स्टेटमेंट है.'' 






SC पहले ही कह चुका ईवीएम में कोई दिक्कत नहीं- चव्हाण


उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए आगे कहा, ''आपको अपनी हार सार्वजनिक तौर से स्वीकार करनी चाहिए और विपक्ष की भूमिका में आकर अपना काम करना चाहिए. ये जो बातें चल रही हैं, वो बिल्कुल बेबुनियाद हैं. यह (बैलेट पेपर) एक नीतिगत मामला है, जब सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही फैसला किया है कि ईवीएम में कोई दिक्कत नहीं है, फिर ये कोई मुद्दा नहीं है.


MVA के नेताओं ने विधायक के तौर पर नहीं ली शपथ


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (MVA) के सदस्यों ने राज्य के चुनावों में EVM के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए शनिवार (7 दिसंबर) को विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन विधायक के तौर पर शपथ नहीं लेने का फैसला किया. राज्य विधानमंडल के निचले सदन का विशेष सत्र शनिवार को सुबह 11 बजे शुरू हुआ.


प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार सहित सत्तारूढ़ दलों के कई सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी (SP) के सदस्यों ने शपथ नहीं लेने का निर्णय किया. उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा विपक्ष सोलापुर के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के मरकडवाडी गांव में कर्फ्यू और गिरफ्तारियों का भी विरोध कर रहा है, जहां ग्रामीणों ने बैलेट पेपर के जरिए री-पोलिंग की मांग की.


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