Maharashtra: कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण का दावा- 'ठेके पर रखे गए लोग मेरी जासूसी कर रहे हैं'
Maharashtra Politics : कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने अपने खिलाफ जासूसी किए जाने का दावा किया है. चह्वाण ने कहा कि इसके लिए उन्होंने अतिरिक्त एसपी अविनाश कुमार से संपर्क साधा है.
Mumbai: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने सोमवार को दावा किया कि कुछ ‘निजी और ठेके पर रखे गये व्यक्ति’ उनकी जासूसी कर रहे हैं और उनके आधिकारिक पत्रों की जालसाजी के जरिए उन्हें या किसी अन्य को बदनाम करने के प्रयास किए जा रहे हैं. चव्हाण ने कहा कि ये सभी प्रयास उन्हें नुकसान पहुंचाने की साजिश हो सकते हैं, पुलिस को एक मामला दर्ज करना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कुछ निजी और ठेके पर रखे गए व्यक्ति मेरी जासूसी कर रहे हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि एक व्यक्ति मेरी बैठकों, यात्रा योजनाओं आदि का ब्यौरा जुटा रहा है. यह संभावना है कि मुझे कुछ नुकसान पहुंचाने के लिए मेरे खिलाफ कोई आपराधिक साजिश रची जा रही हो. पुलिस को इसका संज्ञान लेना चाहिए और उपयुक्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.
आधिकारिक पत्रों की सामग्री में बदलाव
चव्हाण ने यह भी दावा किया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके उन आधिकारिक पत्रों की सामग्री में बदलाव किए हैं, जो उन्होंने (उद्धव ठाकरे नीत महाविकास आघाडी सरकार के दौरान 2019 से जून 2022 तक) राज्य के लोक निर्माण विभाग मंत्री रहने के दौरान लिखे थे. उन्होंने कहा कि मैंने पूर्व में नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक को इस तरह की चीजों के बारे में सूचित किया था. मुझे आशंका है कि जालसाजी से तैयार किए गए दस्तावेजों का इस्तेमाल चुनाव से कुछ पहले किसी को बदनाम करने के लिए किए जा सकते हैं.’
बदनाम करने के लिए किया जा सकता है इस्तेमाल
चव्हाण ने कहा कि पुलिस उनकी शिकायत की 31 जनवरी से जांच कर रही है और उन्हें मराठा कोटा मुद्दे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को ‘‘संबोधित’’ उनके एक और फर्जी पत्र के बारे में पता चला है. उन्होंने एक बयान में कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार से संपर्क किया था. उन्होंने दिन में जारी किए गए बयान में कहा, ‘‘इस तरह के पत्र का इस्तेमाल भविष्य में मुझे बदनाम करने के किया जा सकता है. इन पत्रों का इस्तेमाल समाज में दरार पैदा करने के लिए किया जा सकता है, इसलिए एक मामला दर्ज किया जाना चाहिए.