Mumbai To Indore Rail Project: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से मध्य प्रदेश के इंदौर के बीच रेल के लिए नई लाइन बिछाई जाएगी. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने सोमवार (2 सितंबर) को मुंबई और इंदौर दो प्रमुख कमर्शियल सेंटर के बीच सबसे छोटी रेल कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली 309 KM की नई लाइन परियोजना को मंजूरी दी.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रोजेक्ट की कुल लागत 18,036 करोड़ रुपये आंकी गई है और यह 2028-29 तक पूरी हो जाएगी. इस प्रोजेक्ट से निर्माण के दौरान प्रत्यक्ष रोजगार पैदा होगा.


बाद में एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इंदौर और मनमाड के बीच नई लाइन सीधी संपर्क प्रदान करेगी और भारतीय रेलवे के लिए बढ़ी हुई दक्षता और सेवा विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हुए गतिशीलता में सुधार करेगी. मंत्रालय ने कहा कि यह परियोजना पीएम मोदी के नए भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो क्षेत्र के लोगों को क्षेत्र में व्यापक विकास के माध्यम से 'आत्मनिर्भर' बनाएगी.


इससे लोगों के लिए रोजगार या स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे. यह परियोजना मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का परिणाम है. इसमें कहा गया है कि यह प्रोजेक्ट एकीकृत योजना के माध्यम से संभव हुई है और लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही के लिए बेहतर संपर्क उपलब्ध कराएगी. 


यह परियोजना महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के छह जिलों को कवर करती है और भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क को लगभग 309 किमी तक बढ़ाएगी. यह देश के पश्चिमी या दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों और मध्य भारत के बीच एक छोटा रूट प्रदान करके क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा. 


इससे श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर सहित उज्जैन-इंदौर क्षेत्र के अलग-अलग पर्यटन और धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. यह मध्य प्रदेश के बाजरा उत्पादक जिलों और महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक जिलों को भी सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.


इस प्रोजेक्ट के तहत 30 नए स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिससे बड़वानी जिले को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. नई लाइन परियोजना से लगभग 1,000 गांवों और लगभग 30 लाख आबादी को कनेक्टिविटी मिलेगी.


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