Atal Bihari Vajpayee Jayanti: 'जवाहरलाल नेहरू के भक्त थे अटल बिहारी वाजपेयी', संजय राउत का बड़ा बयान
Atal Bihari Vajpayee Jayanti 2024: पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि जब तक वे और लालकृष्ण आडवाणी थे, बीजेपी और शिवसेना का संबध अच्छा रहा.
Atal Bihari Vajpayee Jayanti News: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर शिवसेना-यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'अटल बिहारी वाजपेयी, जवाहरलाल नेहरू के भक्त थे और एक महान नेता थे. वे दूसरे जवाहरलाल नेहरू थे. राजधर्म का पालन करते थे. जब तक वे और लालकृष्ण आडवाणी थे, बीजेपी शिवसेना का संबध अच्छा रहा. अटल बिहारी वाजपेयी का देश के निर्माण में बहुत योगदान था.'
वहीं संजय राउत ने बीएमसी चुनाव को लेकर कहा कि हमलोग तैयारी कर रहे हैं. चुनाव आने दो सबकुछ पता चलेगा. दरअसल, बीएमसी पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) का प्रभाव है, जिसे कमजोर करने की नहीं बल्कि अपने नाम करनी कवायद बीजेपी कर रही है. विधानसभा चुनाव के नतीजे से महाराष्ट्र के सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं.
उद्धव गुट के सामने BMC को बचाए रखने की चुनौती
ऐसे में उद्धव ठाकरे के लिए अपने आखिरी किले बीएमसी को बचाए रखने की चुनौती खड़ी हो गई है. शायद इसीलिए संजय राउत ने कहा कि बीएमसी का चुनाव शिवसेना (यूबीटी) महाविकास अघाड़ी के साथ नहीं लड़ेगी.
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में मात खाए उद्धव ठाकरे की नजर बृहन्मुंबई नगर निगम पर है. बीएमसी फतह कर उद्धव की कोशिश असल शिवसेना की लड़ाई को बनाए रखने की है. बीएमसी शिवसेना का गढ़ माना जाता है और 1996 से ही लगातार पार्टी यहां अपना मेयर बनाती रही है.
मुंबई नगर निगम में 236 सीटें हैं, जहां मेयर चुनने के लिए कम से कम 119 पार्षदों की जरूरत होती है. 2017 में आखिरी बार मुंबई में निकाय के चुनाव कराए गए थे. उस चुनाव में 84 सीटों पर शिवसेना और 80 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. मुंबई निकाय चुनाव में इस बार सात प्रमुख पार्टियां मैदान में उतर सकती हैं. इनमें कांग्रेस और बीजेपी के सामने शिंदे सेना, उद्धव सेना, अजित की एनसीपी, शरद की एनसीपी प्रमुख रूप से शामिल हैं.
ये भी पढ़ें- Ladaki Bahin Yojna: इस दिन तक खाते में आ सकती है 'लड़की बहिन योजना' की अगली किस्त, मंत्री ने दिया नया अपडेट