Aurangzeb Tomb Controversy: त्र्यंबकेश्वर के तंत्र पीठाधीश्वर अनिकेत शास्त्री महाराज ने रविवार (16 मार्च) को महाराष्ट्र सरकार से अपील की है कि मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को तुरंत ध्वस्त किया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है. अनिकेत शास्त्री महाराज ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि औरंगजेब एक क्रूर शासक था, जिसने हिंदुओं पर अत्याचार किए.
उन्होंने कहा, "औरंगजेब ने हमारे संभाजी महाराज को दर्दनाक यातनाएं दीं. उसका शासन काल हिंसा और अत्याचारों से भरा हुआ था. ऐसे व्यक्ति की कब्र का महाराष्ट्र में कोई स्थान नहीं है. इसे तुरंत नष्ट किया जाना चाहिए."
कई हिंदू संगठनों ने किया समर्थन
इस मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल (Bajrang Dal) समेत कई हिंदू संगठनों ने भी समर्थन दिया है. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से जल्द से जल्द औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की है. संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इस पर जल्द निर्णय नहीं लेती, तो वे खुद वहां जाकर कारसेवा करेंगे.
इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन की भी योजना बनाई गई है. VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने शनिवार (15 मार्च) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया कि 17 मार्च को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर इस विषय पर प्रदर्शन किया जाएगा.
बंसल ने लिखा, "छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया और मुगलों के आतंक को समाप्त किया. अब समय आ गया है कि हम पराधीनता के प्रतीकों को समाप्त करें. औरंगजेब की कब्र और उसकी विचारधारा का समूल नाश आवश्यक है."
VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता इस दिन संपूर्ण महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन करेंगे और स्थानीय जिलाधीश को ज्ञापन सौंपेंगे, जिसमें सरकार से औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की जाएगी.
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