कब्र में सोया क्रूर औरंगजेब, बाहर सियासी बयानबाजी तेज, किसने क्या कहा?
Aurangzeb Tomb Row: औरंगजेब की कब्र को हटाए जाने की मांग को लेकर विवाद बढ़ गया है. महाराष्ट्र की राजनीतिक पार्टियों के बयान आ रहे हैं. विपक्ष का कहना है कि इतिहास को मिटाने की कोशिश हो रही है.

Aurangzeb Row: औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद बढ़ गया है. वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदर्शन रहे हैं. बजरंग दल ने यहां तक कहा है कि अगर शासन की तरफ से कुछ नहीं किया गया तो वे खुद कारसेवा करके कब्र को हटा देंगे. बजरंग दल की मांग को कोई सही तो कोई गलत ठहरा रहा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इसको लेकर ठनी हुई है. वहीं, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बयान जारी कर इस पर सरकार का रुख साफ कर दिया है कि इस मसले पर क्या किया जाएगा.
देवेंद्र फडणवीस
सीएम फडणवीस ने सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि देश में छत्रपति शिवाजी महाराज का महिमामंडन होगा ना कि औरंगजेब का. औरंगजेब का महिमामंडन नहीं होने देंगे. ये हमारा दुर्भाग्य है कि जिस अत्याचारी ने हमारे लोगों की हत्या की उसके कब्र का हमें संरक्षण करना पड़ रहा है.
संजय राउत
विपक्षी महाविकास अघाड़ी के घटक दल शिवेसना-यूबीटी की तरफ से संजय राउत ने कहा कि नए-नए हिंदुत्ववादी पैदा हुए हैं. नए-नए मुल्ले हैं उनको इतिहास का क्या पता है. एक बार म्यान निकालो और हटा दो कब्र किसने रोका है. पीएम मोदी को किसी ने तो नहीं रोका है. आंदोलन का नाटक बंद करो. मैं मानता हूं कि यह मराठाओं के शौर्य का स्मारक है.
सुप्रिया सुले
एनसीपी-एसपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि यह किसी राजनीतिक दल का विषय नहीं है. ये ऐतिहासिक विषय़ है. महाराष्ट्र सरकार से अपील करती हूं कि वह इसमें ना पड़ें. विशेषज्ञों को फैसला लेने दें.
विजय वडेट्टीवार
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि वीएचपी और बजरंग दल पास करने के लिए और कुछ नहीं बचा है. वे नहीं चाहते कि महाराष्ट्र के लोग शांति से रहें. औरंगजेब 27 साल तक यहां रहे और वे राज्य के लिए कुछ नहीं कर पाए. अब उनकी कब्र को हटाने के बाद उन्हें क्या मिलेगा.
रोहित पवार
एनसीपी-एसपी नेता रोहित पवार ने दावा किया कि सरकार के पास मुद्दे बचे नहीं हैं. इसके जरिए प्रदेश में किसान की समस्या, आत्महत्या और अन्य समस्याओं से ध्यान हटाने की कोशिश हो रही है. हम लोग 200 साल बाद आने वाली पीढ़ी को क्या बताएंगे? क्या इतिहास दिखाएंगे? सत्ताधारी पार्टी इतिहास मिटाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी के कार्यकर्ता कोरटकर और सोलापूरकर का क्या हुआ?
मुरलीधर मोहोल
केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने शिवसेना यूबीटी के बयान पर कहा कि मुझे लगता है कि यूबीटी का हिंदू शब्द से कोई नाता ही नहीं है. जिन लोगों के साथ वह बैठे हैं जिन्होंने वर्षों से सावरकर जी का अपमान किया. आज की तारीख में औरंगजेब और मुगल सम्राट की बात यूबीटी वाले करेंगे तो महाराष्ट्र की जनता उसका जवाब देगी. मोहोल ने कहा कि बजरंगदल और वीएचपी की मांग बिलकुल सही है.
रामदास अठावले
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, ''संभाजी नगर में उस व्यक्ति का कब्र है जिसने संभाजी महाराज की हत्या की थी. सीएम फडणवीस इस संबंध में निर्णय लेंगे. कानून-व्यवस्था की स्थिति ना बिगड़े और निर्णय लेना चाहिए. हिंदू संगठनों की मांग पर विचार होना चाहिए.''
मिलिंद देवड़ा
शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने औरंगजेब की कब्र का नाम लिए बिना उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों और दलों का एक ही मकसद है, शिवाजी का अपमान करना. हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे.
नरेश म्हस्के
शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा कि इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता राजनीति कर रहे हैं. उन्हें अल्पसंख्यकों का वोट चाहिए. उद्धव ठाकरे औरंगजेब के मकबरे का समर्थन कर रहे हैं. उन्हें अब स्पष्ट करना चाहिए कि वह औरंगजेब के मकबरे का समर्थन करते हैं, क्या उन्होंने पहले बाबरी ढांचे का भी समर्थन किया था?
संजय सिरसाट
संभाजी महाराज के गार्जियन मिनिस्टर संजय सिरसाट ने कहा कि यह अतिक्रमण है. ऐसी कब्रें देखी होंगी जो किले के पास थीं उसको हटा गया है. यह औरंगजेब की निजी संपत्ति नहीं है. लोगों को कब्र से तकलीफ आती है तो हटाई जानी चाहिए. विपक्षी पार्टी के दिमाग पर असर हो रहा है आपको कब्र चाहिए घर पर ले जाइए. शिवाजी महाराज का इतिहास औरंगजेब के कारण है क्या, यह बात कहना ही बेवकूफी है. फिर तो शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने औरंगजेब का भी पुतला लगा देना चाहिए. विलेन से इतिहास नहीं रचा जाता.
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