महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार को झटका! चाचा शरद पवार के गुट में शामिल हो सकते हैं ये नेता
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव अक्टूबर में कराए जाने की संभावना है. इसके पहले ही राजनीतिक पार्टियों में दलबदल की स्थित नजर आ रही है.
![महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार को झटका! चाचा शरद पवार के गुट में शामिल हो सकते हैं ये नेता AY Patil of Ajit Pawar NCP likely to join sharad pawar group ahead of Maharashtra assembly elections महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार को झटका! चाचा शरद पवार के गुट में शामिल हो सकते हैं ये नेता](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/30/438d03855e3780eeff4ca6c838ef58251719732520919490_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra News: लोकसभा चुनाव 2024 खत्म होने के बाद अब पूरे महाराष्ट्र (Maharashtra) की नजर विधानसभा चुनाव पर है. इस चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. दूसरी ओर नेताओं ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों से मुलाकातें बढ़ा दी हैं. कुछ नेता टिकट पाने के लिए वरिष्ठों को मनाने में लगे हैं. ऐसी भी संभावना है कि कुछ नेता अपनी सुविधा के चलते पार्टी बदल सकते हैं.
एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक कोल्हापुर में राजनीतिक घटनाक्रम भी तेज हो गया है. कोल्हापुर में अजित पवार की पार्टी एनसीपी को बड़ा झटका लगने की संभावना है. अजित पवार की एनसीपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष और कोल्हापुर जिला अध्यक्ष एवाई पाटिल के शरद पवार की पार्टी में प्रवेश की प्रबल संभावना है. अजित पवार गुट के कोल्हापुर जिला अध्यक्ष एवाई पाटिल ने शरद पवार से मुलाकात की है. शरद पवार ने हाल के दिनों में दो बार कोल्हापुर का दौरा किया.
राधानगरी-भुदरगढ़ सीट से तय होगा केपी पाटिल का फैसला
उधर, एवाई पाटिल के बाद पूर्व विधायक केपी पाटिल ने भी शरद पवार से मुलाकात की है. केपी पाटिल ने महाविकास अघाड़ी से लड़ने का मन बना लिया है. केपी पाटिल का फैसला इस बात पर निर्भर करेगा कि कोल्हापुर की राधानगरी-भुदरगढ़ सीट किस पार्टी को जाती है. केपी पाटिल कार्यकर्ताओं की सभा कर अगली दिशा की घोषणा करने वाले हैं.
नहीं बदली है मेरी भूमिका- केपी पाटिल
अब कोल्हापुर की राजनीति में क्या होगा? क्या शरद पवार की राजनीतिक रणनीति सफल होगी? क्या अजित पवार की पार्टी को होगा नुकसान? ऐसे कई सवाल अब पूछे जा रहे हैं. शरद पवार से मुलाकात के बाद केपी पाटिल ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. केपी पाटिल ने कहा, ''मैंने कई वर्षों तक शरद पवार के नेतृत्व में काम किया है. मूल रूप से मेरी भूमिका अभी तक नहीं बदली है और मैंने कोई भूमिका नहीं ली है.''
ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र में 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन' योजना के लिए आदेश जारी, जानें कितनी होनी चाहिए पारिवारिक आय?
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)