Devendra Fadnavis on Ram Mandir Opening: अयोध्या में आज जश्न का माहौल है. आज रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाना है. राम मंदिर का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. एक इंटरव्यू के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि श्रीराम भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं. उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम मेरे व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं. मेरी राजनीतिक शुरुआत राम के शिला पूजन कार्यक्रम से हुई और मैं एक कार सेवक के रूप में आंदोलन में शामिल हुआ और तीनों कारसेवा में भाग लिया. राम से मेरा भावनात्मक रिश्ता है.


देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
ABP माझा के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा. फडणवीस ने कहा कि हम सभी हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का सम्मान करते हैं. वह एक शेर थे जो हिंदुत्व के लिए खड़े थे. बाला साहब ठाकरे से पूछा गया कि क्या बाबरी को शिवसैनिकों ने गिराया था? तो उन्होंने कहा कि हां, अगर मेरे पास शिवसैनिक हैं तो मुझे उन पर गर्व है. लेकिन मैं आपको बता दूं कि हम वहां किसी पार्टी के कार्यकर्ता के तौर पर नहीं गए थे. हम राम भक्त कारसेवक के रूप में गए थे.' आज जो उद्धव ठाकरे और उनके लोग बयानबाजी कर रहे हैं, वे उस वक्त वहां थे ही नहीं. घर में सभी चुपचाप बैठे थे. आज ये लोग राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं, इन्हें बोलने का कोई अधिकार नहीं है.


'मैंने कारसेवक के रूप में भाग लिया'
एक इंटरव्यू में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह एक कार सेवक के तौर पर शामिल हुए थे. इस पर उन्होंने कहा कि अक्टूबर 1990 की पहली कार सेवा में मैं नागपुर से बिना टिकट ट्रेन से गया था. देवरहा बाबा के आश्रम में रुके. वह मंदिर की छत पर खुले आसमान के नीचे सोते थे. मौसम ठंडा था, शरीर ऐंठ रहा था लेकिन हम डटे रहे. फिर एक दिन हम अयोध्या गए लेकिन पुलिस ने हमें एक पुल पर रोक लिया और हम पर दोनों तरफ से गोलियां चल रही थीं. कुछ कारसेवक नदी में कूद गये. इसके बाद हमें गिरफ्तार कर लिया गया, वहां से मुझे बदायूं जेल भेज दिया गया, जहां मुझे कई दिनों तक कैद में रखा गया.


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