Baba Siddique Murder Case: उस रात चूकते तो छोड़ देते बाबा सिद्दीकी के मर्डर की प्लानिंग, चार्जशीट में सनसनीखेज खुलासे
Baba Siddique Murder Case: चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने यह दावा किया है कि सलमान खान के घर पर अप्रैल 2024 में हुई फायरिंग की घटना के तुरंत बाद बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रचने की शुरुआत हुई थी.
Maharashtra News: एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड ने महाराष्ट्र मे हड़कंप मचा दिया था. वहीं अब इस मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने 4590 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें कई सनसनी खुलासे किए गए हैं.
चार्जशीट के मुताबिक 12 अक्टूबर 2024 की रात गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं और वहां से भागने की कोशिश की लेकिन मौका ए वारदात से लोगों की मदद से गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप पकड़े गए और शिवकुमार गौतम भागने में कामयाब हो गया था. हालांकि शिवकुमार गौतम को कुछ दिनों के बाद उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया गया वो नेपाल भागने की फिराक में था.
चार्जशीट में बताया गया कि पिस्टल और लाइव बुलेट्स लेकर हत्या से 2 महीने पहले तक आरोपी बांद्रा में घूम घूम कर बाबा सिद्दिकी की कर रहे थे रेकी. फायरिंग से पहले तीनों शूटर ने तीन से चार बार बाबा सिद्दीकी के घर आए कार्यालय की रेकी की थी. जांच में यह भी पता चला कि हर बार रेकी करते समय आरोपी अपने अपने साथ बैग लेकर चलते थे जिसमें पिस्टल और लाइव बुलेट्स उनके साथ होती थी. यानी वो हमेशा तैयार रहते थे कि जब भी मौका मिल जाये तब वो हत्या को अंजाम दे देंगे और यह मौका उन्हें 12 अक्टूबर की रात में मिला.
छोड़ने वाले थे मर्डर की प्लानिंग
सूत्रों ने यह भी बताया कि पुलिस की जांच के दौरान शूटर्स ने यह भी दावा किया कि अगर 12 अक्टूबर को आरोपी बाबा सिद्दीकी को मारने में कामयाब नही होते तो वो उन्हें मारने की प्लानिंग छोड़ देने वाले थे. आरोपियों ने दावा किया कि वे इतने दिनों से रेकी कर कर के निराश थे और मौके की तलाश में थे जो उन्हें मिल ही नही रहा था.
चार्जशीट में पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग करने के बाद पुलिस शूटर को पकड़ने की कोशिश करेगी ऐसे में उनसे बचने का अच्छा रास्ता है पेपर स्प्रे का इस्तेमाल करना. इसके लिए आरोपियों ने 12-13 हजार रुपये पेपर स्प्रे पर खर्च किये थे और साथ मे रखते थे. जैसे ही बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई गई वैसे ही खुद को बचाने के लिए गुरमेल सिंह ने पुलिस पर पेपर स्प्रे से अटैक किया था. पुलिस को इस हत्या के बाद पेपर स्प्रे किये जाने के सबूत मिले हैं.
झारखंड में की AK 47 चलाने की प्रैक्टिस
मुंबई पुलिस को बाबा सिद्दीकी हत्या मामले की जांच के दौरान पता चला कि 6 नवंबर के दिन पुणे के कर्वे नगर से गिरफ्तार हुआ गौरव आपुने मामले में दूसरा आरोपी रूपेश मोहोल और फरार आरोपी शुभम लोनकर के साथ झारखंड गया था, जहां उन्होंने AK 47 चलाकर फायरिंग की प्रैक्टिस की थी.
पुलिस को गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे तीनों पुणे-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन से 28 जुलाई को पुणे से निकले थे और दूसरे दिन 29 जुलाई को झारखंड के हटिया स्टेशन पहुचे. वहां स्टेशन से वे सभी करीबन 25-30 किलोमीटर तक गए उसके बाद वहां उन सब का मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान रखवा लिया गया. उस जगह पर उनके आंखों पर पट्टी बांधी गई और उन्हें करीबन दो से ढाई घंटों तक गाड़ी से ले जाया गया और फिर उनकी आंख की पट्टी खोली गई.
इसके बाद उनकी फायरिंग की प्रैक्टिस कराई गई इसके बाद वापस से उनकी आंखों में पट्टी बांधी गई और उसी जगह दो से ढाई घंटों तक गाड़ी चलाकर लाया गया जहां उन सबका मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट रखवाया गया था. इन्हें इनका सामान लौटाया गया और फिर वहां से 25-30 किलोमीटर दूर स्टेशन पहुचाया गया.
आपको बता दें कि जिस जगह पर इन सभी की फायरिंग प्रैक्टिस करवाई गई थी ये इलाका नक्सल प्रभावित माना जाता है ऐसे में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स का नक्सलियों से भी कनेक्शन था का इसकी जांच की जा रही है. हालांकि आरोपी गौरव और रूपेश का दावा है कि वो नही जानते कि किसने उन्हें फायरिंग की प्रैक्टिस करवाई और बताया कि यह लाईन अप शुभम लोनकर का था. शुभम फिलहाल फरार है.
17 लाख में मिली थी सुपारी
चार्जशीट के मुताबिक, बाबा की हत्या को अंजाम देने के लिए लॉरेंस गैंग ने 17 लाख रुपये की सुपारी दी थी, जो की अलग-अलग बैंक अकाउंट्स से आरोपियों के अकाउंट्स में जमा किए गए थे. यह रकम जमा कराने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अपने स्लीपर सेल का इस्तेमाल किया था और अलग-अलग गुर्गों के जरिए आरोपियों के अकाउंट्स में पैसे जमा कराए थे, ताकि मनी ट्रेल को पुलिस ट्रैक न कर पाए.
ये था हत्या का मोटिव
चार्जशीट के अनुसार, अनमोल बिश्नोई के कहने पर ही बाबा की हत्या को अंजाम दिया गया था और इसके पीछे कुल तीन वजहें जांच में निकलकर सामने आई हैं. क्राइम ब्रांच के मुताबिक, बाबा की हत्या के पीछे का मोटिव सलमान खान और दाऊद इब्राहिम से उनकी बेहद करीबी, सलमान खान फायरिंग केस में आरोपी अनुज थापन की कथित हत्या और मुंबई में बिश्नोई गैंग की सुप्रीमेसी स्थापित करना था और इन वजहों के पीछे क्राइम ब्रांच ने हत्या के बाद शुभम लोनकर द्वारा किए गए फेसबुक पोस्ट को चार्जशीट में आधार बनाया गया है.
क्राइम ब्रांच द्वारा दायर चार्जशीट के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद अनमोल बिश्नोई ने अपने खास गुर्गों से मुंबई के बिल्डरों के बारे में जानकारियां इकठ्ठा करके लिस्ट तैयार करके के लिए कहा था, ताकि उन्हें डराकर उनसे वसूली की जा सके.
बिल्डरों से वसूली का तैयार किया प्लान
क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक, सलमान खान के घर फायरिंग और बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लगने लगा था कि उसकी दहशत स्थापित हो चुकी है, इसलिए दाऊद गैंग की तर्ज पर उन्होंने बिल्डरों से वसूली करने का प्लान तैयार किया था, हालांकि अब तक इस गैंग ने किसी से पैसे मांगे या नहीं, इसका खुलासा नहीं हो पाया है.
सलमान खान के फायरिंग के बाद रची साजिश
चार्जशीट में क्राइम ब्रांच ने यह दावा किया है कि सलमान खान के घर पर अप्रैल 2024 में हुई फायरिंग की घटना के तुरंत बाद बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रचने की शुरुआत हुई थी. लॉरेंस गैंग ने पहले सलमान खान की हत्या की प्लानिंग की, लेकिन उनकी कड़ी सुरक्षा को देखते हुए अचानक से बिश्नोई गैंग ने प्लान चेंज कर दिया और उनके करीबी बाबा सिद्दीकी को मारने की योजना को तैयार किया.
जीशान सिद्दीकी को भी मारने का था प्लान
12 अक्टूबर से पहले लॉरेंस गैंग के शूटरों ने गणपति विसर्जन के दौरान बाबा सिद्दीकी को मारने की कोशिश की थी, क्योंकि उस दौरान बाबा सिद्दीकी कई गणपति पंडालों में विजिट कर रह थे, लेकिन विसर्जन की भीड़ के चलते कामयाब नहीं हो पाए. इसके बाद उनके दफ्तर के पास मारने का प्लान तैयार किया गया. चार्जशीट में यह भी खुलासा किया गया है कि बाबा सिद्दीकी के साथ साथ जिनके बेटे जीशान सिद्दीकी को भी मारने का प्लान था.
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