एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में इस्तेमाल विदेशी हथियार क्या पाकिस्तान से ड्रोन ने सप्लाई किया गया था? पुलिस ऐसे मामलों में लिप्त लोगों से पूछताछ कर रही है. बाबा सिद्दीकी हत्या मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस को अब तक सिर्फ तीन हथियार की जानकारी थी लेकिन अब जांच में पता चला कि आरोपियों के पास तीन नहीं बल्कि चार हथियार थे.


मुंबई पुलिस ने राजस्थान पुलिस को भेजी थी हथियार की तस्वीर


पुलिस ने बताया कि चौथी पिस्टल ऑस्ट्रेलिया मेड ब्रेटा थी. एक अधिकारी ने बताया कि इन हथियार की जानकारी के लिए मुंबई पुलिस ने राजस्थान पुलिस को पिस्टल्स की फोटो भेजी थी. पुलिस ने दावा किया कि विपन्स की फोटो देखने के बाद राजस्थान पुलिस ने बताया कि ऐसे विदेशी पिस्टल्स पाकिस्तान से भारत ड्रोन के ज़रिए भेजे जाते हैं. पुलिस फिलहाल ऐसे मामलों में लिप्त लोगों से और बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.


नौ आरोपियों की पुलिस रिमांड बढ़ी


इस बीच मुंबई की एक अदालत ने बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में नौ आरोपियों की पुलिस रिमांड शुक्रवार (25 अक्टूबर) को 26 अक्टूबर तक बढ़ा दी. 12 अक्टूबर को विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के बांद्रा स्थित दफ्तर के बाहर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में अलग-अलग तारीखों पर गिरफ्तार किए गए नौ लोगों को शुक्रवार को उनकी प्रारंभिक रिमांड समाप्त होने पर अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (एस्प्लेनेड अदालत) वी आर पाटिल के समक्ष पेश किया गया था. 


पुलिस ने उनकी रिमांड तीन दिन बढ़ाने की मांग की, वहीं अदालत ने शनिवार तक एक दिन के लिए रिमांड बढ़ाई.  इस मामले के नौ आरोपियों में गुरमेल बलजीत सिंह, धर्मराज कश्यप, हरीश कुमार निसाद, प्रवीण लोनकर, नितिन गौतम सप्रे, संभाजी किसन पारधी, प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे, चेतन दिलीप पारधी और राम फूलचंद कनौजिया हैं. 


शिवकुमार गौतम ने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई


पुलिस के अनुसार, हरियाणा निवासी सिंह और उत्तर प्रदेश निवासी कश्यप के साथ-साथ वांडेट आरोपी शिवकुमार गौतम ने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई, जबकि पुणे निवासी प्रवीण लोनकर का भाई शुभम कथित तौर पर जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी है. उसने और दूसरे वांटेड आरोपियों ने हत्या की साजिश रची थी और सभी शूटर को हथियार मुहैया कराए थे. 


शिवकुमार गौतम और जीशान अख्तर अभी भी फरार


पुलिस के अनुसार पुणे निवासी कबाड़ विक्रेता निसाद ने इस काम के लिए पैसों का बंदोबस्त किया था. नितिन स्प्रे डोंबिवली का रहने वाला है, वहीं संभाजी पारधी, प्रदीप थोम्ब्रे और चेतन पारधी ठाणे जिले के अंबरनाथ के रहने वाले हैं. कनौजिया रायगढ़ के पनवेल का निवासी है. मुख्य हमलावर शिवकुमार गौतम के साथ ही प्रमुख आरोपी शुभम लोनकर और मोहम्मद जीशान अख्तर इस समय फरार हैं. तीनों के खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया गया है. 


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