Baba Siddique Shot Dead in Mumbai: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपियों के ठिकाने पर abp न्यूज़ पहुंचा. तीनों आरोपी मुंबई के कुर्ला इलाके में किराए पर रहते थे. वो पिछले काफी दिनों से रेकी कर रहे थे. ये आरोपी ऑटो रिक्शा से जाते थे और बाबा सिद्दीकी और जीशान सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी करते थे. ऐसी कई जगहों पर रेकी की जा रही थी, जहां पर बाबा सिद्दीकी के इवेंट होते थे.


बता दें कि बाबा सिद्दिकी हत्याकांड में पुलिस ने अब तक तीन संदिग्धों-हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23), उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) और पुणे निवासी प्रवीण लोनकर को गिरफ्तार किया है. संदिग्ध हैंडलर मोहम्मद जिशान अख्तर भी मामले में वांछित है.


मामले की जांच जारी है. इस हत्याकांड में कई बड़े गैंगस्टर के नाम सामने आ रहे हैं. लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आने के बाद अब एक बड़ा खुलासा हुआ है. बाबा सिद्दीकी की हत्या में फरार आरोपी जीशान अख्तर पुणे के गैंगस्टर सौरभ महाकाल का दोस्त है. 


सौरभ महाकाल का असली नाम सिद्धेश काम्बले है. सौरभ महाकाल से फिल्म अभिनेता सलमान खान के पिता सलीम खान को एक धमकी भरे नोट मिलने के मामले में पूछताछ की जा चुकी है. ये पूछताछ मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने की थी. यानि सौरभ महाकाल से लेकर लॉरेंस बिश्वोई तक गैंगस्टर का एक जाल फैला हुआ है.


जीशान अख्तर के सौरभ महाकाल से कनेक्शन


जीशान अख्तर के सौरभ महाकाल से कनेक्शन का मामला सामने आते ही हड़कंप मचा हुआ है. पंजाब पुलिस के डोजियर के मुताबिक NCP नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर में शामिल जीशान अख्तर के कई गैंगस्टर से संबंध रहे हैं. जीशान के डोजियर में उसके करीब एक दर्जन साथियों के नाम हैं. इसमें सौरभ महाकाल का नाम आठवें नंबर पर है. 


बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के तार कई राज्यों से जुड़े


पुलिस की टीम इस हत्याकांड के तार को सुलझाने में लगी है. मुंबई पुलिस की एंटी-एक्सटॉर्शन सेल अलर्ट मोड पर है. जाहिर है बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के तार कई राज्यों से जुड़े होने के बाद पुलिस की चुनौती बढ़ गई है. वहीं, सलमान खान के पनवेल फार्म हाउस पर सुरक्षा और गश्त बढ़ा दी गई है.


मुंबई में किसी की नहीं चलेगी दादागिरी- एकनाथ शिंदे


उधर, एनसीपी नेता की हत्या के बाद महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार विपक्ष के निशाने पर है. वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे ने भी साफ कर दिया है कि मुंबई में किसी की भी दादागिरी नहीं चलेगी.



ये भी पढ़ें:


'साधुओं की लिंचिंग पर क्या उद्धव ठाकरे ने दिया था इस्तीफा', बाबा सिद्दीकी की हत्या पर बोले संजय निरुपम