Shiv Sena on Babri Masjid Demolition: उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सनसनीखेज दावा किया है कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस में कोई शिवसैनिक शामिल नहीं था। चंद्रकांत पाटिल ने यह बयान एक टीवी इंटरव्यू के दौरान दिया है. इस इंटरव्यू में चंद्रकांत पाटिल ने यह भी कहा है कि उस वक्त वे खुद अयोध्या में मैनेजमेंट से जुड़े काम के सिलसिले में मौजूद थे.
चंद्रकांत पाटिल ने किया बड़ा दावा
महाराष्ट्र के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को दावा किया कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद को जब छह दिसंबर 1992 को बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी ने ढहाया था, उस समय उस जगह के पास शिवसेना का एक भी कार्यकर्ता मौजूद नहीं था. पाटिल ने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘अयोध्या में कारसेवकों की सुविधा के लिए मुझे बजरंग दल ने तीन-चार महीने के लिए वहां रखा था. इसमें भाग लेने वाले लोग या तो बजरंग दल, विहिप (विश्व हिंदू परिषद) या दुर्गा वाहिनी से थे.’’
क्या बोले बीजेपी के वरिष्ठ नेता
उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस की ताकत हमारे पीछे थी लेकिन उसने खुलकर हिस्सा नहीं लिया. उसने अपने काम को समान विचारधारा वाले संगठनों में वितरित किया था.’’ पाटिल ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत बाबरी मस्जिद विध्वंस के बारे में बात करते रहते हैं, लेकिन उनके मन में सवाल पैदा होता है कि क्या वह उस समय अयोध्या में थे भी.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ जुबानी जंग छिड़ते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को कहा कि "बाबरी मस्जिद विध्वंस की साजिश रचने या शिवसेना द्वारा अंजाम देने का कोई भी दावा गलत था, क्योंकि यह केवल विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में किया गया था."