बदलापुर कांड: SIT गठित, 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड, लोगों ने काटा बवाल, पत्थरबाजी, लाठीचार्ज...पढ़ें डिटेल
Badlapur Crime News: ठाणे के बदलापुर में मासूम के साथ यौन शोषण की घटना से पूरा शहर उबल पड़ा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूरी घटना की जांच के लिए एसाआईटी गठित करने का आदेश दिया है.
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Badlapur Rape Case: कोलकाता मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना की आग अभी शांत भी नहीं हुई थी कि महाराष्ट्र के ठाणे से आई दो मासूमों के साथ दरिंगदगी की खबर ने भी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया. बदलापुर की इस घटना के बाद मंगलवार को पूरा दिन बवाल मचता रहा.
यह घटना बीते 16 अगस्त की है. जब 23 साल के आरोपी ने तीन और चार साल की दो मासूम बच्चियों के साथ स्कूल के वाशरूम में यौन शोषण किया. इस मामले पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. घटना की जानकारी मिलते ही पूरे राज्य में भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. घटना के बाद विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
#WATCH | Alleged sexual assault with a girl child at a school in Badlapur | A few people were seen pelting stones at the Police at Badlapur Railway Station after the personnel resorted to lathi-charge to disperse protestors gathered here in protest over the incident.
— ANI (@ANI) August 20, 2024
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मामला कब सामने आया?
इस घटना में ठाणे के बदलापुर के एक स्कूल के वाशरूम में दोनों मासूम बच्चियों के साथ बीते 16 अगस्त को यौन शोषण किया गया. इस मामले में पीड़ित बच्चियों के पैरेंट्स ने 17 अगस्त को पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई. घटना का खुलासा उस समय हुआ जब पीड़ित बच्चियों में से एक ने अपने गुप्तांगों दर्द की शिकायत की. इसके बाद दोनों बच्चियों के पैरेंट्स उन्हें लेकर डॉक्टर के पास गए. जांच के बाद डॉक्टरों ने दोनों बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की पुष्टि की.
बदलापुर घटना का आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में पीड़ित बच्चियों की पैरेंट्स की शिकायत पर पॉस्को एक्ट में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया. पुलिस ने 23 वर्षीय आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले शर्मसार करने वाली घटना सामने आने के बाद मंगलवार (19 अगस्त) को लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए. जहां नाराज भीड़ और पुलिस ने झड़प हो गई.
बदलापुर के एक नामी स्कूल में घटी इस घटना के बाद सैकड़ों अभिभावक भड़क गए. इस स्कूल में करीब 1200 से अधिक बच्चे पढ़ रहे हैं. आरोपी इसी स्कूली सफाई का काम करता था. इस मामले में जांच में लापरवाही बरतने की सूचना मिलने पर लोग भड़क गए और मंगलवार सुबह से ही सड़कों और रेलवे ट्रैक पर जाम लगा दिया.
भारी विरोध के चलते ट्रेनें प्रभावित
प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन और ट्रैक पर कब्जा कर लिया. इससे कई ट्रेनें प्रभावित हुई. सेंट्रल रेलवे की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक, आज सुबह 10 बजे से सेंट्रल रेलवे की ट्रेनों का आवगमन प्रभावित हुआ है. इस दौरान सिर्फ छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से अंबरनाथ तक ही ट्रेन चलाई जा सकी.
इसके अलावा लंबी दूरी की ट्रेनों और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को डावर्ट रुट से चलाया जा रहा है. इस दौरान अंबरनाथ से कर्जत के बीच चलने वाली ट्रेनों को पूरी तरह से रोक दिया गया है. मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, अब तक 10 से ज्याद ट्रेनों टर्मिनेट कर दिया गया. रूट डायवर्ट होने और कई ट्रेनों के टर्मिनेट होने से यात्रियों की काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
मामले की होगी एसआईटी जांच
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा इस मामले की जांच एसआईटी से करवाई जाएगी. इससे पहले उन्होंने आरोपी पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप दर्ज करने का निर्देश दिया. सीएम शिंदे ने कहा कि बदलापुर के जिस स्कूल में यह घटना हुई हमारी सरकार उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रही है. उन्होंने कहा कि मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
डीप्टी सीएम ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूरे घटना की जांच एक महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में करने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए महानिरीक्षक स्तर की आईपीएस अधिकारी आरती सिंह को नियुक्त किया गया है.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हमारा कोशिश इस घटना की जल्द से जल्द जांच करना है. हम इस मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करना चाहते हैं और मामले को सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाना चाहते हैं." दूसरी तरफ ठाणे पुलिस बदलापुर मामले में 10 दिन के भीतर चार्जशीट दायर करने की तैयारी कर रही है.
देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में विपक्षी दलों से राजनीति न करने की सलाह दी है. डिप्टी सीएम फडणवीस ने इस मामले राजनीति करने का आरोप लगाते हुए एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की अध्यक्ष सुप्रिया सुले और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की आलोचन की. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष ऐसी घटनाओं से राजनीतिक फायदा उठाना चाहता है.विपक्ष में किसी भी प्रकार की सहानुभूति नहीं है.
तीन पुलिस कर्मी निलंबित
इस घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में महाराष्ट्र की महायुति की अगुवाई वाली एकनाथ शिंदे सरकार ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.जिनमें एक सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर, एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबल शामिल है. इन अधिकारियों पूरे घटना के शुरुआती दौर में देरी से कार्रवाई की.
स्थानीय लोग और सुबह से प्रदर्शन कर रहे लोग भी मामले कार्रवाई लापरवाही बरतने वाले आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. उनकी इस मांग को स्वीकार करते हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे.
स्कूल प्रिंसिपल और कर्मचारी निलंबित
ठाणे के बदलापुर में स्थित जिस नामी स्कूल में दो मासूम बच्चियों के साथ यह यौन शोषण की घटना हुई, उस स्कूल के मैनेजमेंट ने स्टाफ पर भी कड़ी कार्रवाई की है. स्कूल मैनेजमेंट ने प्रिंसिपल और दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. जिनमें प्रिंसिपल के अलावा एक टीचर और फीमेल अटेंडेंट शामिल है.
विपक्ष हमलावर
बदलापुर की विभत्स घटना के बाद विपक्ष सत्तापक्ष पर हमलावर हो गया है. इस मामले में विपक्ष ने दावा किया कि बदलपुर पुलिस स्टेशन में पीड़ित परिवार की एफआईआर दर्ज करने के लिए 11 घंटों तक इंतजार करवाया गया. पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि दो मासूम बच्चियों पर जुल्म होता है और उनके पैरेंट्स को एफआईआर दर्ज कराने के लिए 11 घंटे इंतजार करना पड़ता है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि क्या कोई संवेदनशीलता बची है.
शिवसेना यूबीटी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस घटना से पूरा महाराष्ट्र आक्रोशित है और न्याय की मांग कर रहा है. उन्होंने कहा कि मैं एक बार फिर राष्ट्रपति से आग्रह करती हूं कि वह महाराष्ट्र शक्ति आपराधिक कानून को मंजूरी प्रदान करें.
प्रियंका चतुर्वेदी ने सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की किसी दूसरी महिला या बच्ची को इस तरह का अपमान न सहना पड़े, इसलिए यह कानून जरूरी है. उन्होंने कहा महिलाओं की सुरक्षा की अनदेखी करने पर सरकार को शर्म आनी चाहिए.
बदलापुर की घटना पर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने आरोप लगाया कि यह स्कूल कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं का है, हालांकि इस मामले में राजनीति करने का मेरा कोई इरादा नहीं है. शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मांग की कि दोषी किसी भी पार्टी का हो उसको कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए.
सरकार पर तंज कसते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि वर्ली हिट एंड रन का आरोपी अब भी बेगुनाह है. जिस तरह उसे निबंध लिखकर जाने के लिए कह दिया गया था क्या वह इस मामले में ऐसा ही करने वाले हैं. क्या वे इसे भी निबंध के लिए कहेंगे और फिर जाने के लिए कह देंगे. उनके इस बयान पर डिप्टी सीएम फडणवीस ने नाराजगी जाहिर की है. ठाकरे ने मीडिया से कहा कि एक तरफ महायुति सरकार महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री लाड़की बहिन योजना चला रही है, लेकिन प्रदेश में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.
एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष सु्प्रिया सुले ने बदलापुर घटना को लेकर कहा कि "बदलापुर के स्कूल में पढ़ने वाली छोटी बच्चियों पर यौन उत्पीड़न की घटना बेहद गंभीर और आक्रोशित करने वाली है. इस घृणित कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग नागरिक कर रहे हैं."
उन्होंने कहा, "नागरिकों का गुस्सा पूरी तरह से जायज है और गृह मंत्रालय को उनके इस आक्रोश का संज्ञान लिया जाना चाहिए." सांसद सुले ने कहा कि पुलिस आरोपी की गहन जांच करे और उस पर कठोर से कठोर कार्रवाई करे. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले को दबाने की कोशिश की गई है, तो संबंधित संस्थान के संचालकों पर भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए."
सुप्रिया सुले ने अपने एक दूसरे बयान में कहा कि "बदलापुर में बच्चियों पर हुए अत्याचार की घटना को लेकर सरकार कितनी गंभीर है, यह उनके कार्यकर्ताओं के असंवेदनशील बयानों से साफ हो जाता है." उन्होंने कहा, "इस घटना की रिपोर्टिंग कर रही महिला पत्रकार के प्रति अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सरकार को तुरंत संज्ञान लेते हुए छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाना चाहिए."
परिवार ने क्या कहा?
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, परिजनों ने पुलिस को बताया कि इस घटना के बाद पीड़ित बच्चियां बुरी तरह से डरी हुई थीं. वह इतनी दहशत में थी कि स्कूल जाने से मना कर रही थी. पीड़ितों में से एक बच्ची के पैरेंट्स ने जब उससे जोर देकर पूछा, तब उसने अपने साथ हुई दरिंदगी की कहानी सुनाई.
परिजनों ने बताया कि इस घटना को सुनकर वह सकते में आ गए. इसके बाद 16 अगस्त को पीड़िता के परिवार वालों ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने एफआईआर लगभग 12 घंटे के बाद दर्ज किया. परिजनों ने बताया कि यह घटना बीते 13 अगस्त को सुबह 9 बजे की है, जबकि पीड़ित बच्चियां 16 अगस्त को स्कूल जाने से मना कर रही थी.
पीड़ित परिजनों पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि एक दूसरे बच्ची के पैरेंट्स ने बताया कि उनकी बच्ची के साथ यौन शोषण हुआ और वह इसकी शिकायत कराने जा रहे हैं. आशंका होने पर उन्होंने ने भी अपनी बच्ची का भी मेडिकल करवाया. मेडिकल टेस्ट में पता चला कि मासूम का हाइमन ओपन हुआ है.
परिवार वालों ने जब इस बारे में बच्ची से पूछा तो उसने बताया कि एक दादा (भाई) ने उसके कपड़े उतारे और उसके गुप्तांगों पर हाथ लगाया. पीड़ित परिवार ने शिकायत में बताया कि आरोपी ने मासूम के साथ शारीरिक संबंध बनाया.
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