Badlapur Encounter Case: बदलापुर रेप कांड के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. वहीं अब महाराष्ट्र के विपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने इसको लेकर फिर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अक्षय शिंदे का एनकाउंटर किया तो बृजभूषण सिंह का एनकाउंटर भी करना चाहिए था.


विजय वडेट्टीवार ने आगे कहा, कानून अगर समान है तो यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण सिंह का भी एनकाउंटर करना चाहिए था. अक्षय शिंदे को मारकर बीजेपी नेताओं को बचाया वैसे ही बृजभूषण सिंह को बचाया गया है. यहां न्याय अलग और वहां का कानून अलग है क्या? 


'महाराष्ट्र और यूपी में न्याय अलग कैसे'
कांग्रेस नेता ने ये भी कहा पहलवान बच्चियां चिल्लाती रहीं, सड़कों पर उतरती रहीं लेकिन उनकी किसी ने सुनने की कोशिश नहीं की. वह सांसद था बीजेपी ने टिकट नहीं दिया लेकिन अक्षय पर जो आरोप थे वही आरोप बृजभूषण सिंह पर थे तो महाराष्ट्र में अलग न्याय और यूपी में अलग न्याय ऐसा कैसै?


कोर्ट बोला- निष्पक्ष होनी चाहिए जांच
वहीं उधर, बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मुठभेड़ में हुई मौत की जांच निष्पक्ष तरीके से की जानी चाहिए. अदालत ने कहा कि अगर पुलिस ने पहले शिंदे को काबू करने की कोशिश की होती तो गोलीबारी से बचा जा सकता था और इस बात पर विश्वास करना बहुत मुश्किल है कि उसने एक पुलिस अधिकारी से पिस्तौल छीनकर गोलियां चलाईं.


हाईकोर्ट ने पूछा कि आरोपी को पहले हाथ या पैर के बजाय सीधे सिर में गोली क्यों मारी गई? न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण की खंडपीठ ने कहा कि अगर उसे पता चला कि जांच ठीक से नहीं हो रही है, तो वह उचित आदेश पारित करने के लिए बाध्य होंगी.


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