Badlapur Encounter Case Live: एनकाउंटर की जांच के लिए बनी SIT, अक्षय शिंदे की मां बोलीं- शव नहीं देखने दिया
Badlapur Akshay Shinde Encounter Live Updates: आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस लेकर जा रही थी. तभी उसने पुलिस की रिवॉल्वर छीन कर फायरिंग कर दी. बचाव में पुलिस ने गोली चलाई.
संजय निरुपम ने कहा कि फेक एनकाउंटर अगर है भी तो इसका ज़्यादा मुद्दा बनाने की आवश्यकता नहीं. ममता बनर्जी न्याय नहीं दे सकीं, शिंदे सरकार ने न्याय दे दिया. लाड़ली बहन, सुरक्षित बहन दोनों ध्येय हैं. अक्षय शिंदे की मां और परिजन को अपने बेटे के कृत्य से किनारा कर लेना चाहिए.
बदलापुर मामले में 15 लोगों की SIT का गठन किया गया है, जो कि अक्षय शिंदे एनकाउंटर मामले की जांच करेंगे.
एनकाउंटर में मारे गए अक्षय शिंदे की मां अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने दावा किया कि उन्हें बेटे शव भी देखने नहीं दिया गया और पुलिस से किसी भी तरह की जानकारी नहीं मिल रही है.
बदलापुर के आरोपी अक्षय शिंदे के माता-पिता और रिश्तेदार का कहना है कि साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है. रिश्तेदार बता रहे हैं कि अक्षय शिंदे से आज के ऊपर करीब 3:30 बजे 20 मिनट तक मुलाकात हुई थी. उस वक्त अक्षय ने कहा था कि जेल में उसे प्रताड़ित किया जा है. दूसरे कैदियों ने उसके साथ मारपीट की है. अक्षय का यह भी कहना था कि जेल में उसे ठीक ढंग से खाना नहीं मिल रहा है इसीलिए उसने परिवार वालों से कुछ पैसे मंगवाए थे. परिवार वालों का आरोप है कि आज दोपहर बाद अक्षय को तलोजा जेल से बदलापुर की तरफ लाया जा रहा था तब उसका फर्जी एनकाउंटर किया गया है.
बदलापुर केस के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर विपक्ष सवाल खड़े कर रही है. इस बीच महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार ने एनकाउंटर की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. यह एसआईटी डीसीपी EOW के नेतृत्व में मामले की जांच करेगी. ठाणे पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी को तलोजा जेल से जो स्कॉड लेकर आ रहा था उसमें चार लोग थे जिनके नाम पीआई संजय शिंदे, एपीआई नीलेश मोरे और दो कॉन्स्टेबल थे.
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाणा ने आरोप लगाया कि उसकी (अक्षय शिंदे) की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. उन्होंने कहा कि कोई ये यकीन नहीं करेगा कि यह एक एनकाउंर था. महाराष्ट्र पुलिस के लिए ये काला दिन है. कांग्रेस नेता आगे कहा, "मैंने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से जांच की मांग की है जो उसी समय मुंबई में थे. मुझे विश्वास नहीं है कि मौजूदा व्यवस्था के तहत महाराष्ट्र पुलिस इंसाफ कर पाएगी. असली अपराधियों का कभी पता नहीं चल पाएगा. महाराष्ट्र के लोग सच जानना चाहेंगे.”
इस पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस दस्ते की तरफ तीन राउंड फायर किए. एक गोली नीलेश मोरे की जांघ में लगी. दो फायर उसने कहीं और किए. जवाब में पुलिस ने आरोपी की तरफ एक गोली चलाई. इसमें कार्रवाई में अक्षय शिंदे घायल हो गया. उसे छत्रपति शिवाजी महाराज सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां मृत घोषित कर दिया गया.
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा कि कल तक जो लोग बदलापुर के बलात्कारी को फांसी की सज़ा देने की मांग कर रहे थे, वे उसके एनकाउंटर पर आंसू बहा रहे हैं. महाविकास अघाड़ी के नेता तय करके बताएं कि वे एक बलात्कारी के साथ खड़े हैं या महाराष्ट्र पुलिस के जांबाज़ जवानों के साथ?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "बदलापुल मामले में आरोपी की पूर्व पत्नी ने लैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज कराया था. इसमें उसे (अक्षय शिंदे को) जांच के लिए ले जाया जा रहा था. इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई जो घायल हो गया उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की. जांच के बाद और जानकारी सामने आएगी."
शरद पवार गुट के जयंत पाटील ने कहा कि आरोपी की जांच होती तो जिन संस्थान को बचाने की कवायद की जा रही थी, उसकी पोल खुल जाती. साथ ही उन पुलिसवालों को भी पोल खुल जाती जिन्होंने नाबालिग का शोषण होने के बाद शिकायत लेने में देरी की थी. इसलिए उनको बचाने के लिए इसको ही ऊपर भेज देते हैं ऐसी रणनीति हो सकती है. यह (सरकार) बहुत पहुंचे हुए लोग हैं. इनके ऊपर कोई बोलता भी नहीं है.
कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढ़े पाटिल ने कहा कि ये सीधी सी बात है कि इसे विकृत कहा जा रहा है. स्कूल का सचिव अभी तक अरेस्ट क्यों नहीं हुआ. क्या ये पहले नहीं पता था कि उसकी तीन शादियां हुई थीं. क्या सरकार को इससे कोई खतरा था. कोई बड़ी बात छिपाने की कोशिश हुई ऐसा हमें लगता है, इसकी पूरी इंक्वायरी होनी चाहिए और सच सामने आना चाहिए.
बैकग्राउंड
बदलापुर यौन शोषण के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार (23 सितंबर) को एनकाउंटर में मौत हो गई. उसने पुलिस पर गोली चला दी. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वो घायल हो गया. आरोपी को अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसने दम तोड़ दिया.
एक अधिकारी ने बताया कि स्कूल में सफाईकर्मी के तौर पर काम करने वाले अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से जांच के लिए बदलापुर ले जाया जा रहा था. उन्होंने बताया कि जब पुलिस की गाड़ी मुंब्रा बाईपास पर पहुंची, तो शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और एक सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) पर गोली चला दी. अधिकारी ने बताया कि जवाबी गोलीबारी में शिंदे घायल हो गया. स्कूल के शौचालय में 12 अगस्त को दो बच्चियों का कथित तौर पर यौन शोषण किया गया था. आरोपी को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था.
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