Badlapur School News Today: महाराष्ट्र के बदलापुर में नर्सरी की छात्राओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में लोगों में काफी रोष है और अभिभावकों के साथ कई लोग स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और साथ ही 'रेल रोको' का आह्वान किया गया है. उधर, स्कूल में हुए यौन उत्पीड़न मामले में शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) का बयान आया है. उन्होंने यह आश्वासन दिया है कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी.


दीपक केसरकर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने स्कूल को भी नोटिस दिया है कि उन्होंने तुरंत करवाई क्यों नहीं की. हमने प्रिंसिपल को निलंबित किया है. बदलापुर में जो घटना घटी वो बहुत ही दर्दनाक है. इस घटना की जानकारी मिलते ही मैंने अपने डिपार्टमेंट की मीटिंग बुलाई है.


सीएम-डिप्टी सीएम ने मामले को गंभीरता से लिया- केसरकर
मंत्री केसरकर ने कहा, ''सभी स्कूलों में हमने सीसीटीवी लगाना अनिवार्य किया था, लेकिन उन्होंने क्यों नहीं लगाया उस पर भी करवाई करेंगे. सीएम से 15 मिनट इस बारे में बात हुई, मैंने उनको पूरी जानकारी दी. आरोपी अक्षय पर पॉक्सो के तहत मामले दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. हम इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है.'' 






मंत्री ने कहा, ''मैंने बच्चों की सुरक्षा के लिए सती सावित्री समिति का गठन भी किया था. जिसके तहत स्कूल में बॉक्स रखा जाता है ताकि बच्चे अपनी शिकायत भी दे सकें. सीसीटीवी हमने अनिवार्य किया थी. इस स्कूल में सीसीटीवी था, लेकिन बंद था. हमने 4 टीचर को निलंबित किया है.'' 


अधिकारी का ट्रांसफर नहीं बल्कि निलंबन हो- दीपक केसरकर
मामले में एक पुलिस अधिकारी का ट्रांसफर किया गया है. इस पर दीपक केसरकर ने कहा, ''पुलिस अधिकारी को ट्रांसफर नहीं निलंबित कर देना चाहिए,और जांच करनी चाहिए कि आखिर कार्रवाई क्यों नहीं की गई.'' दीपक केसरकर ने कहा ये हमारी गलती नहीं उस अधिकारी की गलती है. देरी से कार्रवाई करने के चलते लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. दीपक केसरकर ने कहा में गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग करूंगा कि इस अधिकारी को सस्पेंड कर कार्रवाई की जाए.


NCPCR ने लिया मामले का संज्ञान
उधर, एनसीपीसीआर के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने मामले में संज्ञान लिया है. उन्होंने 'एक्स' पर इस घटना के संबंध में कहा, ''महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर में स्कूल में चार साल की बच्ची के साथ रेप का बेहद दुखद समाचार प्राप्त हुआ है, प्रकरण में स्थानीय पुलिस द्वारा पीड़ित के अभिभावकों को FIR दर्ज करने के लिए 12 घंटों तक इंतजार करने का मामला भी सामने आया है. एनसीपीसीआर ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच के लिए टीम भेजने का निर्णय लिया है, मैं व्यक्तिगत रूप से जांच की मॉनिटरिंग करूंगा और लापरवाही करने वाले सभी दोषी पुलिस अधिकारियों को सजा मिलना सुनिश्चित किया जाएगा.''


बदलापुर में रेल रोको, हजारों लोग स्टेशन पर मौजूद
उधर, बदलापुर में नाराज लोगों ने 'रेल रोको' और शहर को बंद रखने का आह्वान किया है. इस आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर लिया है. रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है और ट्रैक पर उतर गए हैं. वे रेल रोकने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस ने रेलवे ट्रैक पर जमा हुए लोगों को हटाने की कोशिश की, तो इस दौरान पत्थरबाजी की गई. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 


मंगलवार को बड़ी संख्या में लोगों ने स्कूल के बाहर भी प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी पेरेंट्स की तरफ से स्कूल में तोड़ फोड़ किया जा रहा है. पुलिस सबको बाहर निकालने की कोशिश में है, लेकिन भीड़ बेकाबू है. लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़े गए हैं. साथ ही मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं.


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