Maharashtra News: मुंबई में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. ऐसे में एक कार्रवाई के दौरान जब कुछ लोग खुद के भारतीय होने का दावा कर रहे थे तो उस समय मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उन्हें भारत का राष्ट्रगीत गाने को कहा, जिसे गाने में वे असफल रहे और कहा कि उन्हें भारत का राष्ट्रगीत नहीं आता है जिसके बाद उनके भारतीय ना होने का भांडा फूट गया.
बीते बुधवार को क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 ने एनकाउंटर्स स्पेशलिस्ट दया नायक ने गुप्त जानकारी के आधार पर भारत में रहने वाले 4 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं. मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई FIR के मुताबिक पुलिस को जानकारी मिली थी कि मुंबई के जुहू इलाके में एक जगह पर कुछ बांग्लादेशी आने वाले हैं जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें पकड़ने के लिए रवाना हुई. पुलिस के एक सोर्स ने चारों बांग्लादेशियों की पहचान की.
बांग्लादेशी नागरिकों की अनोखे अंदाज में गिरफ्तारी
उन सभी बांग्लादेशी नागरिकों के पास गई और उन्हें घेर लिया. आरोपियों को क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है इस बारे में जानकारी दी गई. साथ ही एक महिला पुलिसकर्मी ने महिला बांग्लादेशी को दूसरी तरफ कर दिया. पुलिस ने जब जांच शुरू की तो बांग्लादेशियों ने कहा कि वे भारत के नागरिक हैं जिसके बाद पुलिस के अधिकारी ने उनसे राष्ट्रगीत सुनाने के लिए कहा.
राष्ट्रगीत की एक लाइन नहीं गा पाए आरोपी
आरोपियों को राष्ट्रगीत की एक लाइन भी नहीं आ रही थी और जब वह राष्ट्रगीत नहीं सुना पाए तो पुलिस ने उन्हें उनका पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा. जब इस बात की पुष्टि हो गई कि उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है, उसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता के कई धाराओं के तहत मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम पॉपी टीटू हुसैन (महिला), मोहम्मद टैटू सोफीउद्दीन हुसैन, नूर इस्लाम मकबूल और फैसल बिकु मुल्ला शेख है.
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