![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
बारामती से निर्दलीय उम्मीदवार को मिला 'तुतारी' सिंबल, शरद गुट ने जताई आपत्ति, कहा- 'बनेगी भ्रम की स्थिति'
Baramati Lok Sabha Election: महाराष्ट्र की बारामती सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार को शरद पवार गुट की एनसीपी जैसा प्रतिक चिन्ह मिला है. इसे लेकर शरद पवार की पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत की है.
![बारामती से निर्दलीय उम्मीदवार को मिला 'तुतारी' सिंबल, शरद गुट ने जताई आपत्ति, कहा- 'बनेगी भ्रम की स्थिति' Baramati Lok Sabha Election 2024 Sheikh Soyalshah Yunusshah allotted turha symbol Sharad Pawar objection बारामती से निर्दलीय उम्मीदवार को मिला 'तुतारी' सिंबल, शरद गुट ने जताई आपत्ति, कहा- 'बनेगी भ्रम की स्थिति'](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/24/e920e661c132d55a6024f5ce900838831713938812189359_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) ने महाराष्ट्र के पुणे जिले में अपने गढ़ बारामती से चुनाव लड़ रहे एक स्वतंत्र उम्मीदवार को आवंटित तुरही जैसे वाद्ययंत्र के प्रतीक को लेकर भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) में शिकायत दर्ज की है.
एनसीपी (शरद गुट) ने दावा किया है कि चुनाव आयोग ने स्वतंत्र उम्मीदवार शेख सोयलशाह यूनुसशाह को तुरही जैसा प्रतीक आवंटित किया है और इसकी पहचान तुतारी के रूप में की है. ईसीआई ने एनसीपी (एसपी) के लिए चुनाव चिन्ह के रूप में तुरहा (एक पारंपरिक तुरही) बजाते हुए एक व्यक्ति को आवंटित किया है.
पार्टी उम्मीदवार सुप्रिया सुले के चुनाव प्रतिनिधि लक्ष्मीकांत खाबिया द्वारा दायर शिकायत में कहा गया है कि दोनों नामों में समानता है, जिससे मतदाताओं के बीच भ्रम पैदा हो सकता है. खाबिया ने 20 अप्रैल को रिटर्निंग ऑफिसर को शिकायत सौंपी थी. निर्दलीय उम्मीदवार को जो चुनाव चिन्ह दिया गया है वह तुरही है. मराठी में इसे 'तुतारी' नहीं कहा जा सकता. उन्होंने शिकायत में कहा, हमने चुनाव आयोग से प्रतीक को 'तुतारी' के बजाय 'तुरही' कहने का अनुरोध किया है.
एनसीपी (एसपी) के चुनाव चिह्न में मौजूद तुरहा को मराठी में तुतारी भी कहा जाता है. इसे पहले के राजाओं से लेकर अब के राजनीतिक नेताओं तक, महत्वपूर्ण व्यक्तियों के प्रवेश का प्रतीक माना जाता है. बारामती, जहां 7 मई को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान होगा, पवार परिवार का गृह क्षेत्र है, और शरद पवार की बेटी सुले इस निर्वाचन क्षेत्र से सीधे चौथे कार्यकाल के लिए प्रयास कर रही हैं.
सुले का मुकाबला उनकी भाभी और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा से है, जो सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के घटक एनसीपी की उम्मीदवार हैं, जिसमें शिवसेना और बीजेपी भी शामिल हैं. इस बीच, सुले ने कहा कि एक महीने पहले उनकी टीम ने चुनाव चिन्ह को लेकर चुनाव आयोग के समक्ष मुद्दा उठाया था और उनसे भ्रम पैदा नहीं करने को कहा था.
उन्होंने कहा, हमारे आपत्ति लेने के बाद वर्धा में एक स्वतंत्र उम्मीदवार को दिया गया चुनाव चिन्ह 'तुतारी' बदल दिया गया. लोकसभा सांसद ने कहा कि जहां भी एनसीपी (एसपी) चुनाव लड़ रही है, वहां यह चुनाव चिन्ह एक स्वतंत्र उम्मीदवार को आवंटित किया गया है. उन्होंने कहा, हमने सतारा, बारामती और माधा के रिटर्निंग अधिकारियों से संपर्क किया और अपनी आपत्ति जताई, लेकिन हमें बताया गया कि मामला ईसीआई के दायरे में आता है.
बारामती से निर्दलीय उम्मीदवार यूनुशाह ने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी ने सूचित किया है कि चिह्न में कोई बदलाव नहीं होगा. पुणे के जिला कलेक्टर सुहास दिवसे ने कहा कि चुनाव चिन्ह का मुद्दा उनके या बारामती के रिटर्निंग अधिकारी के दायरे में नहीं आता है. दिवासे ने कहा, यह चुनाव आयोग के अंतर्गत आता है और शिकायत की उसी स्तर पर जांच की जाएगी.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![राहुल लाल, राजनीतिक विश्लेषक](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4b309f9307dd328413c5218f2b10afc3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)