Bhagat Singh Koshyari News: देश के 13 राज्यों में राज्यपालों का ट्रांसफर रविवार को किया गया है. इसी के साथ केंद्र सरकार ने अपनी बयानबाजी को लेकर लंबे समय से विवादों से घिरे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है. वहीं, झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है. गौरतलब है कि भगत सिंह कोश्यारी लगातार वहां विवादों में रहे थे. वे अपने बयानों से बीजेपी के लिए कई बार परेशानी खड़े कर चुके हैं.
सितंबर 2019 में बीजेपी और आरएसएस से जुड़े भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई. राज्यपाल का पद संभालने के कुछ ही हफ्ते बाद कोश्यारी के नाम बड़ा विवाद जुड़ गया था.
इन पांच प्वाइंट्स में जानिए कब-कब जुड़ा विवादों से नाता?
1- भगत सिंह कोश्यारी ने एक सार्वजनिक समारोह में शिवाजी महाराज को लेकर एक विवादित बयान दे दिया था, जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति काफी गरमा गई थी और कोश्यारी को काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था. उनके इस्तीफे की मांग भी उठने लगी थी. कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी को एक गुजरे जमाने का आदर्श बता दिया था. इसी विरोध के चलते उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर माफी भी मांगी थी. इस लेटर में उन्होंने कहा था, 'शिवाजी महाराज न केवल महाराष्ट्र के बल्कि पूरे देश के गौरव हैं. शिवाजी जैसे बड़े आइकन्स की बेइज्जती करने के बारे में मैं सोच भी नहीं सकता हूं.'
2- महाराष्ट्र में धार्मिक स्थल खोलने के मुद्दे पर भी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और तत्कालीन CM उद्धव ठाकरे के बीच टकराव था. वहीं जिस दौरान बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और राज्य सरकार के बीच तनाव था उस समय राज्यपाल ने कंगना रनौत को बातचीत के लिए बुलाया था.
3-जुलाई 2022 में एक कार्यक्रम के दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे मराठी लोगों की भावनाएं आहत हो गईं और विपक्ष ने उन्हें जमकर घेरा. कोश्यारी ने कहा था कि अगर राजस्थानी और गुजराती समुदाय के लोगों को मुंबई से निकाल दिया जाए तो ये देश की आर्थिक राजधानी नहीं रहेगी. इस बयान से खुद बीजेपी ने भी किनारा कर लिया था.
4-एमवीए सरकार और कोश्यारी के बीच का मनमुटाव तब सामने आया था, जब आरोप लगाया गया कि राज्य सरकार ने राज्यपाल को मुंबई से उत्तराखंड जाने के लिए सरकारी विमान देने से इनकार कर दिया. सीएम ऑफिस की तरफ से कहा गया कि इसके लिए इजाजत लेनी चाहिए थी. इस पर बीजेपी और एमवीए सरकार के बीच जमकर हंगामा हुआ था.
5- पिछले कुछ समय से अपने बयानों को लेकर विवादों को लेकर घिरे रहे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने पद से मुक्त होने की इच्छा जताई है. इसको लेकर उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भगत सिंह कोश्यारी ने खुद इसकी जानकारी दी. विपक्ष के इन आरोपों पर कि कोश्यारी को पीएम की जगह राष्ट्रपति को खत लिखना चाहिए. इन पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति को सूचित किया जाएगा. जब राज्यपाल पद छोड़ना चाहते हैं, तो वे चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे.
क्योंकि राष्ट्रपति चर्चा के बाद की राज्यपाल की नियुक्ति करता है. प्रक्रिया प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की है. उन्होंने कहा कि वैसे भी राज्यपाल एक इंसान हैं और प्रधानमंत्री से परामर्श लेने में कुछ गलत नहीं है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी सत्ता में स्वायत्तता लाना चाहती थी, जब राज्यपाल ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी तो उन्होंने राज्यपाल को निशाने पर लिया.
बहरहाल महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया है और रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है.
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