Bharat Jodo Nyay Yatra: महाराष्ट्र में कितने जिलों से होकर गुजरेगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा, जानें सबकुछ
Bharat Jodo Nyay Yatra Maharashtra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी से 20 मार्च के बीच होगी. कुल 6,713 किलोमीटर से अधिक की यात्रा तय की जाएगी और इम्फाल से शुरू होकर ठाणे में खत्म होगी.
Maharashtra: कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 14 जनवरी से मणिपुर (Manipur) से महाराष्ट्र तक की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' (Bharat Jodo Nyay Yatra) पर निकलने वाले हैं. इसके लिए कांग्रेस तैयारियों में जुटी है. इस बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट मैप जारी कर दिया गया है. रूट मैप के अनुसार यात्रा इम्फाल से शुरू होकर मुंबई के ठाणे में खत्म होगी. अगर बात सिर्फ महाराष्ट्र की करें तो राहुल गांधी की यह यात्रा राज्य में लगभग 5 दिनों तक चलेगी.
रूट मैप के अनुसार महाराष्ट्र में भारत जोड़ो न्याय यात्रा कुल 6 जिलों से होकर गुजरेगी और 479 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. यात्रा मालेगांव से महाराष्ट्र में एंट्री करेगी और नासिक होते हुए ठाणे में जाकर खत्म होगी. भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी से 20 मार्च के 15 राज्यों से होकर जाएगी. इस तरह कुल 6,713 किलोमीटर से अधिक की यात्रा बसों और पैदल तय की जाएगी. इसमें 110 जिले, लगभग 100 लोकसभा सीटें और 337 विधानसभा क्षेत्र आएंगे. वहीं यात्रा पूरी होने में लगभग 66 दिन लगेंगे.
पहले भारत न्याय यात्रा था नाम
गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस यात्रा का गुरुवार को नाम भी बदलकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर दिया. पहले इसका नाम भारत न्याय यात्रा था. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसकी घोषणा की. रमेश ने कहा कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन के नेताओं को इस यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रही है और इसके लिए निमंत्रण भेजे जा रहे हैं. रमेश ने दावा किया कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजनीति के लिए उतनी ही परिवर्तनकारी साबित होगी, जितनी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा हुई थी.
कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकली थी भारत जोड़ो यात्रा
बता दें कि पहले चरण में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 12 राज्यों को कवर करते हुए लगभग 4,000 किलोमीटर की यात्रा की थी. भारत के पूर्व से पश्चिम तक की इस यात्रा के जरिए कांग्रेस अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले लोगों तक पहुंचने और उनसे जुड़ने की कोशिश कर रही है.