Maharashtra Politics: कल्याण लोकसभा सीट को लेकर बीजेपी और शिवसेना में ठनी, तनाव को दूर करने में जुटी पार्टी
Kalyan Lok Sabha Seat: बीजेपी कल्याण में अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने और ठाणे की सीट शिवसेना को देने पर विचार कर रही है. इस बीच टिकट को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
Lok Sabha Election 2024: कल्याण लोकसभा सीट को लेकर सत्तारूढ़ सहयोगी दल बीजेपी और शिवसेना के बीच तनाव है. इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र डॉ. श्रीकांत शिंदे करते हैं और बताया जाता है कि बीजेपी इसके लिए लालायित है. बीजेपी कल्याण को अपना प्राकृतिक निर्वाचन क्षेत्र मानती है क्योंकि इसका एक अच्छा संगठनात्मक आधार है और इसलिए भी क्योंकि इसने स्वर्गीय राम कापसे को कई बार विधानसभा और लोकसभा दोनों के लिए चुना था. बीजेपी मौजूदा गठबंधन में मंत्री रवींद्र चव्हाण को मैदान में उतारना चाहती है.
किसकी बढ़ेगी चिंता?
FPJ के अनुसार, शिवसेना के लिए चिंता की बात यह है कि केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर नियमित रूप से कल्याण का दौरा कर रहे हैं. शिवसैनिक हैरान हैं कि ठाकुर इस निर्वाचन क्षेत्र में इतनी दिलचस्पी क्यों दिखा रहे हैं. FPJ में छपी खबर के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि बीजेपी कल्याण में अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारने और ठाणे की सीट शिवसेना को देने पर विचार कर रही है.
इस बारे में पूछे जाने पर डॉ. शिंदे ने कहा कि बीजेपी के राज्य और केंद्रीय नेतृत्व दोनों ने इस बात पर सहमति जताई है कि वर्तमान में जहां भी शिवसेना का अपना सांसद है, वहां बीजेपी दावा नहीं करेगी.
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य में लोकसभा क्षेत्रों की देखरेख की जिम्मेदारी ठाकुर को सौंपी है, जो एक मित्र हैं. ठाकुर को लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए कहा गया है और वह अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. हाल ही में डोंबिवली के एक बीजेपी नेता नंदू जोशी के खिलाफ एक महिला के साथ कथित छेड़छाड़ के मामले में मानपाड़ा स्टेशन पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने से स्थानीय इकाई के भीतर नाराजगी है.
महत्वपूर्ण बात यह है कि भले ही गृह मंत्रालय बीजेपी के पास हो, लेकिन पुलिस ने राजनीतिक नेतृत्व से परामर्श किए बिना प्राथमिकी दर्ज की. कयास लगाए जा रहे हैं कि प्राथमिकी डॉक्टर शिंदे के दबाव में दर्ज की गई है. संयोग से मानपाड़ा पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक शेखर बागड़े को छुट्टी पर जाना पड़ा है.
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