Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बागियों ने महायुति और महाविकास अघाड़ी (एमवीए) दोनों की टेंशन बढ़ा दी है. महायुति के 36 तो महाविकास अघाड़ी के 14 बागी उम्मीदवार मैदान में हैं. ऐसे में दोनों गठबंधन के नेता नाम वापसी की तारीख का इंतजार कर रहे हैं.
इस बीच सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने बागियों को मनाने की कोशिश की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतों का बिखराव न हो.
अजित पवार ने की फडणवीस से मुलाकात
गुरुवार को उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस से दक्षिण मुंबई स्थित उनके आवास पर मुलाकात की.
पवार ने बाद में पुणे जिले की चिंचवड विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार नाना काटे से मुलाकात की और उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश की. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना महायुति का हिस्सा हैं.
फडणवीस ने अपनी ओर से पार्टी सहयोगियों के साथ बैठकें कीं और कुछ बागियों से भी संपर्क किया. मुख्यमंत्री शिंदे ने ठाणे स्थित अपने आवास पर सहयोगियों के साथ बैठक की. महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल दलों ने भी इसी तरह की बैठक की.
सबसे ज्यादा हैं बीजेपी के बागी
सबसे ज्यादा बागी 19 बीजेपी से हैं, उसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से 16 और डिप्टी सीएम अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से एक बागी हैं. एमवीए में सबसे ज्यादा बागी 10 कांग्रेस से हैं और बाकी उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) से हैं. एमवीए के 14 बागी गठबंधन सहयोगियों के उम्मीदवारों के अलावा हैं जिन्होंने कुर्ला, दक्षिण सोलापुर, परंदा, सांगोला और पंढरपुर के निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन दाखिल किया है.
शिंदे की पार्टी के 9 बागी उन निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं जहां बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. नवी मुंबई में ऐरोली, मुंबई के अंधेरी ईस्ट (जहां पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी और बेटी ने नामांकन दाखिल किया है) जलगांव जिले में पचोरा और ठाणे जिले में बेलापुर जैसी सीटें हैं.
बीजेपी के बागी शिवसेना की दी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें रायगढ़ जिले की अलीबाग और कर्जत सीट है. बुलढाणा, जालना और मुंबई उपनगर की बोरीवली सीट शामिल हैं. बीजेपी के बागी 9 सीटों पर एनसीपी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि शिवसेना के बागी अजित पवार की पार्टी को आवंटित 7 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. एकमात्र एनसीपी बागी ने नासिक जिले के नंदगांव से शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ अपना पर्चा दाखिल किया है.
एमवीए में भी मुश्किल
एमवीए में, कांग्रेस के 4 बागी हैं जो ठाणे जिले के कोपरी पचपाखड़ी जैसी सीटों पर गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ़ चुनाव लड़ रहे हैं, जहां एकनाथ शिंदे महायुति के उम्मीदवार हैं. शिवसेना (यूबीटी) के बागी मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर में चुनाव लड़ रहे हैं, जहां सपा के राज्य प्रमुख अबू आजमी उम्मीदवार हैं. इसके अलावा मुंबई की वसोवा और बुलढाणा जिले के मेहकर में भी शिवसेना यूबीटी के बागी हैं.
हालांकि मुंबई की धारावी सीट पर पार्टी के बागी ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ की बहन ज्योति के खिलाफ नामांकन वापस ले लिया है. बाकी सीटों में से कुछ पर एनसीपी (एसपी) के बागी उम्मीदवार शिवसेना (यूबीटी) या कांग्रेस के आधिकारिक एमवीए उम्मीदवारों के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी दाखिल किए हैं, जबकि बाकी सीटों पर एनसीपी (एसपी) को अपने अन्य सहयोगियों या अपने ही खेमे के बागियों का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस ने भी की बैठक
एमवीए में उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) शामिल हैं. शरद पवार और उनकी पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल बागी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं. कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले और उनके सहयोगियों -- विजय वडेट्टीवार और बालासाहेब थोराट ने भी राजनीतिक स्थिति की समीक्षा की और बागियों से पार्टी की खातिर नामांकन वापस लेने को कहा.
इस बीच, विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा टिकट न दिए जाने पर कोल्हापुर उत्तर से कांग्रेस विधायक जयश्री जाधव मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गईं.
राज्य में नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख चार नवंबर है और 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.