Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होती दिख रही है. इस बीच पूर्व सांसद किरीट सोमैया अपनी ही पार्टी से नाराज नजर आ रहे हैं. उन्होंने महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार समिति के सदस्य के रूप में अपनी नियुक्ति से इनकार कर दिया है. जिसको लेकर उन्होंने राज्य चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष रावसाहेब दानवे को पत्र लिखा है. उसमें अपने साथ अपमानजनक व्यवहार होने की बात भी कही है.
वहीं किरीट सोमैया ने पत्र में लिखा कि वे पिछले साढ़े 5 साल से पार्टी में साधारण सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं वे इसी रूप में अपना योगदान जारी रखना चाहते हैं. बता दें कि विधानसभा चुनावों को लेकर रावसाहेब दानवे की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है, जिसमें किरीट सोमैया को चुनाव संपर्क प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई. इसमें नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, देवेन्द्र फडणवीस, चन्द्रशेखर बावनकुले के अलावा अन्य को आमंत्रित सदस्य घोषित किया गया. जिससे नाराज होकर किरीट सोमैया ने रावसाहेब दानवे को पत्र लिखा.
‘मेरी मंजूरी के बिना मेरे नाम का ऐलान किया वो गलत’
किरीट सोमैया ने पत्र में आगे लिखा कि आपने मेरी मंजूरी के बिना मेरे नाम का ऐलान किया है जो कि गलत है. इसके लिए आपको किसी और को अपॉइंट करना चाहिए. वहीं पत्र में किरीट सोमैया ने 18 फरवरी 2019 की उस घटना का भी जिक्र किया जिसमें उद्धव ठाकरे के कहने पर उन्हें बीजेपी के एक नेता ने प्रेस काफ्रेंस से निकाला था. तब से मैं बीजेपी के एक सामान्य सदस्य के रूप में काम कर रहा हूं. मुझे ठाकरे सरकार के घोटाले उजागर करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी, जिसकी वजह से मुझे पर कई बार हमले भी हुए. लेकिन फिर भी मैंने अपनी जिम्मेदारी निभाई. पार्टी ने साढ़े 5 साल से मुझे एक सामान्य सदस्य के रूप में प्यार दिया वहीं काफी है.
पूर्व सांसद ने पत्र में लिखा कि मैंने खुद को विधानसभा चुनाव के लिए समर्पित किया है. जिसको लेकर मैं अपना काम जारी रखूंगा, लेकिन आपकी समिति का सदस्य नहीं बन पाऊंगा.
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