Maharashtra Politics News: शिवसेना यूबीटी ने हरियाणा में कांग्रेस की हार पर निशाना साधा है. सामना के संपादकीय में कांग्रेस की हार की वजह उनके अति आत्मविश्वास को बताया है. साथ ही महाराष्ट्र में हरियाणा वाली गलती न दोहराने की हिदायत भी दी है. इसको लेकर अब ठाकरे गुट बीजेपी के निशाने पर आ गया है. बीजेपी नेता और विधायक नितेश राणे ने कहा कि कांग्रेस से अगर इतनी परेशानी है तो अकेले अपने दम पर चुनाव लड़कर दिखाएं.
दरअसल, बीजेपी नेता नितेश राणे से सामना के संपादकीय और संजय राउत के बयान पर सवाल किया गया था. इसपर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बड़ी-बड़ी बातें बोलने वाले संजय राउत शिवसेना (यूबीटी) के मालिक हैं. अगर कांग्रेस से उनको इतना ही परहेज है और कांग्रेस से इतनी ही परेशानी है तो उनको मैं चैलेंज करता हूं कि आप खुद के दम पर महाराष्ट्र की विधानसभा का चुनाव लड़कर दिखाएं.
नितेश राणे ने आगे कहा, "महाराष्ट्र की 288 सीटों पर अकेले चुनाव लड़कर दिखाओ, आप सामना में कांग्रेस के खिलाफ लिख रहे हैं तो आप (शिवसेना UBT) क्यों टिके हो. क्यों हिम्मत नहीं दिखाते महाविकास अघाडी से बाहर जाकर खुद के दम पर 288 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की."
उन्होंने कहा कि कैसे भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव खुद के दम पर लड़ा, जम्मू-कश्मीर में कैसे खुद पर लड़ा वैसी ही हिम्मत आपको (शिवसेना UBT) दिखानी चाहिए. सिर्फ संपादकीय में लिख देने को मर्यादनगी नहीं बोलते.
ठाकरे गुट की तरफ से क्या कहा गया था?
बता दें कि संपादकीय में हरियाणा में कांग्रेस की हार की वजह अति आत्मविश्वास और स्थानीय नेताओं की नाफरमानी बताया गया. उन्होंने कहा कि कोई भी मजबूती से नहीं कह रहा था कि हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी सरकार बनाएगी. ऐसा माहौल था कि हरियाणा में कांग्रेस एकतरफा जीत हासिल करेगी. लेकिन, जीत की पारी को हार में कैसे बदला जाए, यह कांग्रेस से ही सीखा जा सकता है. हुड्डा के पीछे केंद्रीय जांच एजेंसियां लगी हुई थीं, फिर भी वे कांग्रेस के साथ बने रहे. वे सिर्फ जाट समुदाय के बड़े नेता हैं, अन्य समुदायों को साथ नहीं ला सके.
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