Maharashtra News: डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) ने यह माना है कि बहन सुप्रिया सुले (Supriya Sule) के खिलाफ पत्नी सुनेत्रा पवार को लोकसभा चुनाव में खड़ा करने का निर्णय सही नहीं था. उनके इतना कहने पर अब ऐसी अटकलें चलने लगीं हैं कि कहीं अजित पवार महायुति का साथ तो नहीं छोड़ देंगे? इस पर बीजेपी नेता नितेश राणे (Niteh Rane) का जवाब आया है और उन्होंने वह (अजित पवार) हमारे साथ हैं और हम महाराष्ट्र में सत्ता में फिर सत्ता में आएंगे. 


समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में नितेश राणे ने कहा, ''अजित पवार महाराष्ट्र के बहुत वरिष्ठ नेता हैं. अगर उन्हें लगता है कि उनका निर्णय गलत था, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह महायुति को छोड़ना चाहते हैं. वह हमारे साथ खड़े हैं और हम महाराष्ट्र की सत्ता में फिर आएंगे.''






परिवार में नहीं लानी चाहिए थी राजनीति- अजित
अजित पवार ने हाल ही में कहा था कि उन्हें घर में राजनीति नहीं लानी चाहिए था. उस वक्त उनसे गलती हो गई. पवार ने हालांकि साथ ही कहा, ''उस वक्त पार्लियामेंट बोर्ड ने फैसला किया था. एक बार तीन कमान से निकल जाए तो कुछ कर नहीं सकते. मेरा मन मुझसे कहता है कि ऐसा नहीं होना चाहिए था.''


अजित पवार ने पिछले साल एनसीपी में बगावत कर दी थी और अपने गुट के विधायकों के साथ महाराष्ट्र की महायुति सरकार में शामिल हो गए थे और डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली थी. चाचा के खिलाफ बगावत ने तब और वृहद रूप ले लिया था जब उन्होंने अपनी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ सुनेत्रा पवार को बारामती से खड़ा कर दिया था. हालांकि सुनेत्रा पवार को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. 


हालांकि अजित पवार गुट के नेता सुनील तटकरे से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या उनके विचार बदल रहे हैं. इस पर भड़कते हुए तटकरे ने कहा कि हमारी विश्वसनीयता को लेकर सवार मत कीजिए.


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