महाराष्ट्र में एतिहासिक शख्सियतों को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. राज्य में शख्सियतों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मुद्दे पर एक बीजेपी पदाधिकारी का आपत्तिजनक बयान सामने आया है. महाराष्ट्र के जालना जिले से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक पदाधिकारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता जितेंद्र आव्हाड की जीभ काटने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है.
आव्हाड के खिलाफ जालना में सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए, जिला बीजेपी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के अध्यक्ष कपिल दहेकर ने इनाम की घोषणा की. हालांकि, प्रदेश बीजेपी के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को दहेकर के बयान से पार्टी को यह कहते हुए अलग कर लिया कि पार्टी ऐसी ‘‘हिंसक प्रतिक्रियाओं’’ का समर्थन नहीं करती है.
इतिहास से मुगलों के उल्लेख को मिटाने के प्रयासों पर आव्हाड ने हाल में कहा था कि शिवाजी महाराज की महानता इसलिए सामने आई, क्योंकि उन्होंने औरंगजेब और अफजल खान जैसे विरोधियों का सामना किया और मुगल इतिहास को हटाने से प्रतिष्ठित मराठा शासक की उपलब्धियों का दर्जा घटेगा.
वहीं दूसरी ओर बीते दिनों विधानसभा में अजित पवार ने कहा था कि छत्रपति संभाजी महाराज 'धर्मवीर' (धर्म के रक्षक) नहीं थे. जिसको लेकर महाराष्ट्र में एतिहासिक शख्सियतों को लेकर विवाद बढ़ गया. अजित पवार की इस टिप्पणी पर बीजेपी ने दावा किया है कि एनसीपी नेता की टिप्पणी संभाजी महाराज का अपमान थी. संभाजी महाराज के बारे में कथित टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के नेता अजीत पवार के खिलाफ नासिक में विरोध प्रदर्शन किया था. यह प्रदर्शन रविवर करंजा चौक पर किया गया, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पवार के खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका.
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