उद्धव ठाकरे की सरकार में लिए गए फैसले को पलट देगी महायुति? BJP विधायक ने की मांग
Maharashtra Urdu Center: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में उर्दू केंद्र खोले गए थे. बीजेपी नेता मिहिर कोटेचा ने आरोप लगाया कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसे केंद्र खोले गए थे.
Maharashtra News: बीजेपी के एक विधायक ने राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए उर्दू शिक्षा केंद्र (Urdu Education Center) को बंद करने की मांग की है. मुलुंड से बीजेपी विधायक मिहिर कोटेचा (Mihir Kotecha) ने नागपुर में विधानसभा सत्र के दौरान उर्दू स्कूल का मुद्दा उठाया.
कोटेचा ने आरोप लगाया कि महाविकास अघाड़ी और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) के भूखंड को उर्दू शिक्षा केंद्र में बदलकर तुष्टीकरण की राजनीति की. इस समय नागपुर में राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है और इस सत्र की कार्यवाही के दौरान विधायक और सदस्य सदन में विभिन्न मुद्दों पर टिप्पणी करते हुए अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.
राजनीतिक लाभ के लिए खोले गए थे उर्दू केंद्र - कोटेचा
इसी दौरान विधायक मिहिर कोटेचा ने उर्दू शिक्षा केंद्र का मुद्दा उठाकर सदन का ध्यान आकृष्ट किया. साथ ही उन्होंने तत्कालीन महाविकास अघाड़ी सरकार पर आरोप लगाया है कि इन उर्दू केंद्रों की स्थापना के पीछे का उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ लेना था. सदन में बोलते हुए विधायक कोटेचा ने कहा कि पिछले विधानसभा सत्र में मुझे इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
उर्दू केंद्र की जगह बनाया जाएगा ITI- कोटेचा
उन्होंने अपने क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि इलाके में बीएमसी द्वारा संचालित सात स्कूल हैं, जहां उर्दू पढ़ाई जाती है. इन स्कूलों में उपस्थिति महज 10 से 20 फीसदी ही रहती है. यदि उर्दू शिक्षा केंद्र की जगह वहां कौशल विकास संस्थान स्थापित किया जाए तो युवाओं को रोजगार मिलेगा. इसलिए मैं इस उर्दू शिक्षण केंद्र योजना को रद्द करने की मांग करता हूं. एमवीएम ने अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के लिए इसे खोला था. कोटेचा ने इस बात पर भी जोर दिया है कि वहां आईटीआई बनाया जाना चाहिए.
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