Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चुनौती देते हुए कहा कि राज्य की राजनीति में या तो तुम रहोगे या फिर मैं.


उनके इस बयान के बाद से बीजेपी उद्धव ठाकरे पर हमलावर है. हालांकि दिलचस्प है कि देवेंद्र फडणवीस ने इसपर टिप्पणी नहीं की है. माना जा रहा है कि इन दिनों फडणवीस मुंबई को लेकर बड़ी रणनीति बना रहे हैं और इसी से वो जवाब देंगे.


BMC में उद्धव ठाकरे का दबदबा


पिछले 25 सालों से मुंबई महानगर निगम (BMC) पर ठाकरे का कब्जा है. विधानसभा चुनाव में भी ठाकरे का दबदबा कायम रहा. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में ठाकरे के 4 में से 3 सांसद चुनकर आए हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे बीजेपी के सामने और चुनौती दे सकते हैं. ऐसे में अब बीजेपी ने मिशन मुंबई के लिए तैयारी शुरू कर दी है.


मुंबई में कुल 36 विधानसभा क्षेत्र हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 15 विधायक चुनकर आए थे. वहीं शिवसेना के 14 विधायक चुने गए. उनमें से 6 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ चले गए. दूसरी तरफ कांग्रेस के 4 विधायक हैं और एनसीपी के एक विधायक हैं. 2019 में समाजवादी पार्टी के एक विधायक चुने गए थे.


लोकसभा चुनाव की बात करें तो 2019 के बाद 2024 में बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा. मुंबई में कुल 6 लोकसभा क्षेत्र हैं. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को एक ही सीट पर जीत मिली. वहीं उद्धव ठाकरे ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के 3 और कांग्रेस और शिंदे गुट की शिसेना को एक-एक सीट मिली.


बीजेपी के इतने विधायक होकर भी एक ही सीट पर जीत हासिल करना पार्टी के लिए झटका माना गया. महाराष्ट्र की राजनीति में ये चर्चा हमेशा से रही है कि अगर मुंबई जीते तो महाराष्ट्र जीत लिया, ऐसे में बीजेपी का यह मिशन जरूरी हो गया है. इस मिशन में अब सबसे गर्म मुद्दा है बजरंग दल के अरविंद वैश्य की हत्या का. इसको बीजेपी बड़ा मुद्दा बनाने की फिराक में है.


मिशन मुंबई के लिए क्या है रणनीति?


महाराष्ट्र बीजेपी के प्रभारी अश्विनी वैष्णव 5 अगस्त के बाद मुंबई के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देंगे. लोकसभा चुनाव में हार क्यों हुई? इसपर आत्मपरिक्षण करेंगे. मुंबई की 36 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे और खुद जाएजा लेंगे.


कौन सी विधानसभा क्षेत्र में क्या-क्या समस्या है, इसका रिपोर्ट बनाएंगे. उसी हिसाब से आने वाले विधानसभा चुनाव में टिकटों को बंटवारा किया जाएगा. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. 


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