Maharastra News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तुलना में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अधिक लोकप्रिय बताने वाले विज्ञापन पर बीजेपी नेता ने कहा कि यह बस एक विज्ञापन है. महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ घटक दलों में वाकयुद्ध के बीच बीजेपी नेता ने गुरुवार (15 जून) को यह कहते इस विवाद को अधिक तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया कि एक विज्ञापन सरकार को कमजोर नहीं कर सकता.
मंगलवार (13 जून) को राज्य में बड़े बड़े अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन छपने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना गुट के बीच राजनीतिक खींचतान शुरू हो गयी थी. इस विज्ञापन में एक सर्वेक्षण का हवाला देकर बताया गया था कि लोकप्रियता के मामले में शिंदे फडणवीस से आगे हैं. उसमें फडणवीस या शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की तस्वीर नहीं थी.
विज्ञापन या बयान सरकार को कमजोर नहीं कर सकता
इस विज्ञापन पर विवाद पैदा होने पर दो दिनों तक किसी सरकारी कार्यक्रम में साथ नहीं आने के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने पालघर में एक कार्यक्रम में मंच साझा किया. दोनों ही नेता एक ही हेलीकॉप्टर से पालघर पहुंचे.'शासन आपल्या दारी' कार्यक्रम में शिरकत करते हुए फडणवीस ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार मजबूत है. एक विज्ञापन या बयान उसे कमजोर नहीं कर सकता है या इस सरकार के लिए कोई समस्या खड़ा नहीं कर सकता है.
'25 वर्ष से गठबंधन में साथ हैं'
उन्होंने कहा कि शिवसेना और बीजेपी 25 वर्ष से गठबंधन में साथ हैं और वे भविष्य में भी साथ रहेंगे. शिंदे ने यह कहते हुए फडणवीस की तारीफ की कि वह बहुत मजबूत संबंध बनाकर चलते हैं. यह गठबंधन किसी निहित स्वार्थ के लिए नहीं है. उन्होंने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पिछली सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि पिछली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के दौरान प्रगति का पहिया थम गया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की राह में आने वाली सभी रुकावटों को दूर किया है. शिंदे ने कहा कि पिछले एक वर्ष में, हमने सभी वर्गों के लोगों के कल्याण एवं तरक्की के लक्ष्य को ध्यान में रखकर निर्णय लिए हैं. हमारी सरकार जनोन्मुखी सरकार है और उसे सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है.
विपक्ष का है ये दावा
मुख्यमंत्री के बेटे और कल्याण से लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे के खिलाफ हाल में तीखा बयान दे चुके राज्य के मंत्री एवं बीजेपी नेता रवींद्र चव्हाण भी इस मौके पर मौजूद थे. मंगलवार (15 जून) को भारत के लिए मोदी, महाराष्ट्र के लिए शिंदे’ नामक विज्ञापन के प्रकाशित होने के बाद, विपक्ष दावा करने लगा कि शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और बीजेपी के बीच सबकुछ ठीक-ठीक नहीं है.
इस विज्ञापन के चर्चा का विषय बनने अगले दिन बुधवार (14 जून) को मराठी दैनिकों में सत्तारूढ़ गठबंधन का एक विज्ञापन छपा जिसमें शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दर्शाया गया है.
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