Maharashtra Political News: शिवसेना (यूबीटी) के नेता अनिल परब (Anil Parab) का दफ्तर तोड़े जाने के बाद महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई है. परब ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व सांसद किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) को उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को साबित करने की चुनौती दी. सोमैया के दावों को खारिज करते हुए उन्होंने भाजपा नेता पर गरीब मराठी लोगों के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ये कार्रवाई ऐसे वक्त में किया गया है, जब म्हाडा परिसर के पुनर्विकास की तैयारी की जा रही है.
सोमैया पर लगाया दबाव बनाने का आरोप
परब ने दावा किया कि मुझे इस तरह निशाना बनाने के बाद बिल्डरों से 'सुपारी' (ठेका) लेने वाले सोमैया नोटिस का दुरुपयोग करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि पुनर्विकास परियोजना में अतिरिक्त क्षेत्र (फ्लैटों का) मांगने के खिलाफ यहां सोसायटी के सदस्यों पर भी दबाव बनाएंगे.
सोसाइटी के लोग परब के साथ
वहीं, इस पूरे मामले में सोसाइटी के लोगों ने कहा कि उन्होंने परब को म्हाडा परिसर में लोगों के लाभ के लिए यहां अपना कार्यालय बनाने के लिए कहा था, जिस पर वह सहमत हो गए थे.
सोमैया पर लगाया बदनाम करने का आरोप
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता सोमैया झूठे आरोपों का उद्देश्य मुझे बदनाम करना है. परब ने कहा कि मैं सोमैया को चुनौती देता हूं कि वह आएं और ध्वस्त किए गए कार्यालय को देखें और अपने आरोपों को साबित करें. परब ने कहा कि म्हाडा की ओर से पिछले सप्ताह इसे नियमित करने की अनुमति से इनकार करने के बाद सोमवार को सोसायटी के सदस्यों ने स्ट्रक्चर को ध्वस्त कर दिया.
मामले को लोकायुक्त में ले गए थे सोमैया
गौरतलब है कि सोमैया ने ही इस मामले को सितंबर 2021 में लोकायुक्त के सामने उठाया था. इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि म्हाडा ने परब के अवैध कार्यालय का विरोध किया था. हालांकि, जिसे सोसाइटी और शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने इस आरोप को खारिज कर दिया था. परब के दफ्तर तोड़े जाने के बाद जैसे ही सोमैया कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, मुंबई पुलिस ने कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के पास उनके वाहन को रोक दिया.
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