Maharashtra News: बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) पहली बार अपने 2023-2024 के बजट का 52 प्रतिशत विभिन्न बुनियादी ढांचे और अन्य नागरिक परियोजनाओं के लिए पूंजीगत व्यय पर खर्च करेगा, जो इसके राजस्व व्यय से अधिक है. बीएमसी के आयुक्त आई.एस. चहल ने कहा कि 25,305.94 करोड़ रुपये के अनुमानित राजस्व व्यय की तुलना में नागरिक निकाय विभिन्न विकासात्मक और अन्य परियोजनाओं पर 27,247.80 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव करता है - जो क्रमश: 48 प्रतिशत और 52 प्रतिशत होगा.
उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी मुंबई तटीय सड़क परियोजना (दक्षिण) के लिए 69 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, गिरगाम चौपाटी से प्रियदर्शिनी पार्क तक 2 किमी भूमिगत की जुड़वां सुरंगों में से एक का काम 90 प्रतिशत (1,875 मीटर) भी पूरा हो चुका है. चहल ने कहा कि वित्तवर्ष 2023-2024 के दौरान एमसीआरपी को पूरी तरह से पूरा किया जाएगा, इसके अलावा 70 हेक्टेयर क्षेत्र को ग्रीन बेल्ट के रूप में विकसित किया जाएगा और एक भूमिगत पार्किंग क्षेत्र का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए शनिवार को बीएमसी के बजट में 3,545 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं.
नहुर में 70 प्रतिशत रोड ओवरब्रिज तैयार
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाल के निर्देशों के तहत, शहर में 397 किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने और नागरिकों के लिए सुरक्षित सवारी सुनिश्चित करने का काम शुरू किया गया है. आगामी गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड (जीएमएलआर) परियोजना का पहला चरण, जिसमें से नहुर में 70 प्रतिशत रोड ओवरब्रिज तैयार है, दिसंबर 2023 में पूरा हो जाएगा, जिसके लिए 1,060 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
दूसरे चरण में गोरेगांव ई और मुलुंड ई में 65 फीसदी सड़क चौड़ीकरण का काम हो चुका है और बाकी मई 2023 तक पूरा हो जाएगा. जीएमएलआर के तीसरे चरण में दो प्रमुख फ्लाईओवर और एक ऊंचा रोटरी शामिल है, जिस पर 7 प्रतिशत काम किया गया है, गोरेगांव ई में एक बॉक्स सुरंग और जुड़वां सुरंग के लिए निविदा की गई है, और चौथे चरण में सुरंग उत्खनन कार्य शुरू करने के लिए निविदाएं जारी की जाएंगी.
चहल ने कहा, वित्तवर्ष 2023-2024 के दौरान मुंबई के विभिन्न हिस्सों में छह बड़े और छोटे पुल आ रहे हैं, और 2,100 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ अगले 2-3 वर्षो में और पांच पुल बनाए जाएंगे. इनमें अंधेरी में तेली गली पर पुल, राम मंदिर रोड पर मृणाल गोर फ्लाईओवर, मध्य रेलवे पर विद्याविहार और विक्रोली स्टेशनों पर फ्लाईओवर, डेलिसल रोड पर रेल पुल, मलाड पश्चिम में मिथ चौकी जंक्शन पर फ्लाईओवर और अंधेरी में गोखले ब्रिज एप्रोच रोड शामिल हैं.
एलिवेटेड सर्विस सड़कों में होगा सुधार
साल 2024 में बीएमसी बोरीवली में कोरा केंद्र पुल और महालक्ष्मी स्टेशन पर एक पुल के चल रहे कार्यो को पूरा करेगी. साल 2025 में यह माहिम कॉजवे पर मीठी नदी पुल का पुनर्निर्माण और चौड़ा करेगा, वर्ली में नेहरू विज्ञान केंद्र के पास एक पुल और पैदल यात्री अंडरपास का निर्माण करेगा और वडाला में भक्ति पार्क परिसर से जीजामाता चौक तक की एलिवेटेड सर्विस सड़कों में सुधार करेगा.
दहिसर वेस्ट से भायंदर (ठाणे) और दादर फिशरमैन कॉलोनी से वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे तक अति-आवश्यक एलिवेटेड रोड के लिए भी टेंडर जारी कर दिए गए हैं.
परिव्यय के अन्य प्रमुख मदों में प्राथमिक शिक्षा (3,347.13 करोड़ रुपये), सीवरेज उपचार परियोजना (2,792 करोड़ रुपये), सड़कों के सुधार के लिए प्रावधान (2,825.06 करोड़ रुपये), सीवेज अपशिष्ट विभाग (2,570.65 करोड़ रुपये) शामिल हैं. बीएमसी चरण 2 और 3 में मीठी नदी और अन्य नदी/नाला प्रणाली (654.44 करोड़ रुपये), नदियों का कायाकल्प (582.31 करोड़ रुपये), मोगरा का निर्माण, माहुल पंपिंग स्टेशन (200 करोड़ रुपये), एसडब्ल्यूएम और एसडब्ल्यूएम परियोजनाएं (366.50 करोड़ रुपये) करोड़), आश्रय योजना (1,125 करोड़ रुपये), वीरमाता जीजाबाई भोसले वनस्पति उद्यान और चिड़ियाघर का आधुनिकीकरण और उन्नयन (133.93 करोड़ रुपये), और देवनार बूचड़खाने का उन्नयन (13.69 करोड़ रुपये).
अपने 134 साल के इतिहास में पहली बार, देश के सबसे अमीर नागरिक निकाय के लिए 2023-2024 का बजट 50,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. यह भारत में कई छोटे राज्यों के वार्षिक बजट से अधिक है.
नए वित्तवर्ष के लिए बजट अनुमान 52,619.07 करोड़ रुपये प्रस्तावित है, जो पिछले साल के 45,949.21 करोड़ रुपये (2022-2023) और पिछले साल के 39,083 करोड़ रुपये (2021-2022) से 14.52 प्रतिशत अधिक है. चहल द्वारा प्रस्तुत बजट अनुमान निकाय चुनाव से पहले आए हैं. चुनाव की जल्द ही घोषणा होने की संभावना है. बजट में देश की वाणिज्यिक राजधानी के लिए एक स्थायी स्थानीय आर्थिक विकास का वादा किया गया है.
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