BMC Preparation For Monsoon: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को बारिश के लिए तैयार करने के खर्चे में बढ़ोतरी हुई है. बीएमसी के आंकड़ों से पता चलता है कि बारिश की तीव्रता और अप्रत्याशितता में वृद्धि के अनुरूप, पिछले चार से पांच वर्षों में मुंबई को मानसून के लिए तैयार करने की लागत में लगभग 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. मुंबई में इस मानसून में औसतन 2,200 मिमी बारिश दर्ज की गई, शहर में 2021 में लगभग 3,000 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. बीएमसी के अनुमानों के मुताबिक, बीएमसी के 2022-23 के लिए 45,949.21 करोड़ रुपये के वार्षिक बजट का 12-15 प्रतिशत मानसून की तैयारी से संबंधित परियोजनाओं के लिए आवंटित किया गया है, जबकि चार-पांच साल पहले 7-8 प्रतिशत था. 2018-19 में खर्च किए गए लगभग 2,000 करोड़ रुपये की तुलना में, 2022-23 में नागरिक निकाय ने मानसून की तैयारियों के लिए 5,000-6000 करोड़ रुपये का उपयोग करने की संभावना है. 2018 में नगर निगम के बजट का आकार 27,258.07 करोड़ रुपये था.


बीएमसी ने स्थापित किए 500 डिवाटरिंग पंप


अकेले छोटे मानसून कार्यों की लागत, जैसे कि नाले की सफाई और भूमिगत नालियों की सफाई, नालियों को चौड़ा करना, गड्ढों को भरना, मानसून पूर्व सड़क की मरम्मत कार्य की लागत 2022-23 में 800 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. इस मानसून में, बीएमसी ने लगभग 500 डीवाटरिंग पंप स्थापित किए. अतिरिक्त नगर आयुक्त पी वेलारासु ने कहा, “मानसून की तैयारियों के दो पहलू हैं, जीवन के नुकसान को रोकना और शहर व सरकार की छवि के नुकसान को कम करना. चार से पांच वर्षों में मानसून संबंधी कार्यों का बजटीय आवंटन बढ़ा है और बीएमसी बजट में इसका हिस्सा भी बढ़ गया है.


Maharashtra: 'यदि मैंने बोलना शुरू किया तो भूकंप आ जाएगा', जानें सीएम शिंदे ने क्यों कही ये बात


हाल के दिनों में जलभराव से नहीं गई किसी की जान


बीएमसी के तूफान जल निकासी विभाग का पूंजी बजट 87 प्रतिशत बढ़ गया है. 2018-19 में 822 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में 1,539 करोड़ रुपये हो गया. सड़क विभाग का पूंजी बजट 91 प्रतिशत बढ़कर 2018-19 में 1,148 करोड़ रुपये से 2022-23 में 2,200 करोड़ रुपये हो गया है. बकौल  द इंडियन एक्सप्रेस, वेलारासु ने कहा कि हाल के दिनों में जलभराव से किसी की जान नहीं गई है, लेकिन यह शहर की रफ्तार को कम कर देता है. “मुंबई जैसे तटीय शहर में, कुछ घंटों में 200 मिमी से अधिक बारिश के परिणामस्वरूप जलभराव होगा. हम इसे कम करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करते हैं.”


शिवसेना सांसद Sanjay Raut के घर पहुंची ED की टीम, इस मामले में हो रही है पूछताछ