BMC Election 2023: क्या BJP को बीएमसी चुनाव जीता पाएंगे पीएम मोदी? उद्धव और एकनाथ शिंदे गुट के सामने होगी ये चुनौतीयां
BMC Election 2023 Date: मुंबई में जल्द ही BMC चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है. चुनाव को लेकर बीजेपी समेत तमाम पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. ऐसे में क्या पीएम मोदी बीजेपी की नैया पार लगा लाएंगे?
BMC Election News: मुंबई महानगर पालिका यानी बीएमसी (BMC) चुनाव की तारीखों का एलान अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन मुंबई में चुनावी सरगर्मी अभी से ही शुरू हो गई है. इस बार के बीएमसी (BMC)) चुनाव ऐसे होने वाले हैं जैसे पहले कभी नहीं हुए. बीजेपी ने तो खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मैदान में उतार दिया है. आपको बता दें, मुंबई महानगर पालिका के चुनाव साल 2022 में ही होने वाले थे लेकिन पहले कोरोना संक्रमण और कुछ अदालती पचड़ों के कारण चुनाव लटकते गए. जल्द ही मुंबई में बीएमसी (BMC) चुनाव के लिए तारीखों का एलान हो सकता है.
सभी पार्टियों ने कसी कमर
मुंबई महानगर पालिका देश की सबसे अमीर नगर पालिका मानी जाती है. बीएमसी (BMC) का बजट कई राज्यों की तुलना में ज्यादा होता है. पिछले ढाई दसक से मुंबई नगर पालिका पर शिवसेना का कब्जा है. लेकिन इस बार सभी पार्टियां बीएमसी (BMC) पर कब्जा करने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है.
2017 में किसे कितनी सीटें मिली थी?
2017 में जब बीएमसी (BMC) के चुनाव हुए थे उसमें बीजेपी के मेयर महज दो सीटों से चूक गए थे. मुंबई महानगर पालिका में कुल 227 सीटें हैं और उसमें से शिवसेना को 84 सीटें मिली थी और बीजेपी को 82, ऐसे में मेयर शिवसेना का बना, लेकिन इस बार बीजेपी ने ठान लिया है मुंबई महानगर पालिका का ताज उनके मेयर के सिर बैठेगा.
मैदान में उतरे पीएम मोदी
बीजेपी ने अपने इस बीएमसी (BMC) जीतो अभियान में खुद पीएम मोदी को उतार दिया है, और यही वजह है कि एक महीने में पीएम मोदी दो बार मुंबई का दौरा कर चुके हैं. पीएम के बार-बार मुंबई आने पर विपक्षी दलों ने भी इसपर जमकर निशाना साधस है. संजय राउत से लेकर कई बड़े-बड़े नेताओं ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है.
कितना काम आएगा बीजेपी का फार्मूला?
बीजेपी ने ऐसा ही फॉर्मूला हैदराबाद के चुनाव में भी अपनाया था. जब पार्टी के कई बड़े नेता मैदान में उतर कसर पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे, और आने वाले दिनों में मुंबई में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलने वाला है. इसबार मुकाबला इसबार भी दिलचस्प होगा कि शिवसेना दोफाड़ है. इस बार चुनाव में राज ठाकरे का भी दखल रहने वाला है. इस बार राज ठाकरे भी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं. ऐसे में शिवसेना के मराठी वोट बंट सकते हैं। इस बार क्या उद्धव ठाकरे सत्ता अपने पास रख पाएंगे? उद्धव के ठाकरे के कई विधायक पहले ही एकनाथ शिंदे गुट का दामन थाम चुके हैं.