Mumbai: बकरीद से पहले बकरियों की चोरी रोकने के लिए BMC ने की खास व्यवस्था, लगाई गई हाइटेक सिक्योरिटी
Maharashtra News: बकरीद से पहले बकरियों की चोरी रोकने के लिए बीएमसी ने खास व्यवस्था की है. इसको लेकर खास तरह के क्यू-आर कोड पेश किए गए हैं.
BMC Arrangement Before Bakri Eid: बकरीद से पहले मुस्लिम समुदाय के लिए बकरियां सबसे बेशकीमती चीजों में से एक बन जाती हैं, इसलिए कुछ कम कीमत लाखों में होती है. वहीं इस मौसम में देवनार बूचड़खाने में बकरियों की चोरी में भी बढ़ोतरी देखी जाती है. पशु बाजार में कारोबार को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए बीएमसी ने इस साल क्यूआर कोड पेश किए हैं. नागरिक निकाय ने कहा कि कोई भी मशीन-पठनीय कोड के साथ रसीद प्रस्तुत किए बिना किसी जानवर को बूचड़खाने से बाहर नहीं ले जा सकता है.
इस साल बकरीद 10 जुलाई को मनाई जाएगी और लगभग 1.45 लाख बकरियों के बूचड़खाने में बिकने की संभावना है. कोरोना के कारण देवनार बूचड़खाना दो साल से बंद था. चूंकि इस बार व्यवसाय वापस आ गया है, इसलिए नागरिक प्रशासन ने खरीदारों और विक्रेताओं के लाभ के लिए एक अस्थायी शेड की व्यवस्था की है.
बीएमसी के अधिकारी ने बताई ये बात
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि हमें अक्सर विक्रेताओं से शिकायत मिलती है कि उनकी बकरियां चोरी हो गई हैं. चोर समूह में आते हैं. उनमें से कुछ जहां व्यापारियों को बातों में फंसाए रखते हैं, वहीं अन्य चोर बकरियां बूचड़खाने से बाहर ले जाते हैं और उन्हें कम कीमत पर बेचते हैं. इस बार प्रशासन ने जानवरों की चोरी की जांच के लिए क्यूआर कोड पेश किए हैं.
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ऐसे की गई है व्यवस्था
इस साल प्रक्रिया के बारे में बताते हुए बूचड़खाने के प्रबंधक डॉ. कलीम ने कहा कि जानवरों को बेचने के लिए आने वाले व्यापारियों को उनके पशुओं की संख्या के आधार पर रसीद दी गई है. बकौल मिड-डे, इस रसीद पर एक क्यूआर कोड होता है. बिक्री के बाद व्यापारी को यह रसीद खरीदार को देनी होगी. खरीदार को जानवर को एग्जिट गेट से ले जाते समय कोड स्कैन करवाना होगा. खरीदार बिना स्कैन किए बकरियों को बाहर नहीं निकाल सकेंगे.
उन्होंने कहा कि निगम को दोहरे लाभ मिलने की उम्मीद है. एक, जानवरों की चोरी रुकेगी. दूसरा, यह हमें सटीक डेटा देगा कि कितने जानवर बेचे गए और कितने जानवर बचे हैं. इस सूचना के आधार पर प्रशासन द्वारा अन्य व्यापारियों को खाली बाड़े आवंटित किए जा सकते हैं.