Maharashtra: नारायण राणे की बढ़ीं मुश्किलें! बॉम्बे HC ने भेजा समन, विनायक राउत ने चुनाव को चुनौती देते हुए की है ये मांग
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के रायगढ़-सिंधुदुर्ग के सांसद नारायण राणे के निर्वाचन पर विनायक राउत ने सवाल उठाया था. इस मामले में हाई कोर्ट ने अब राणे को समन जारी कर दिया है.
Maharashtra Politics News: बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीजेपी सांसद नारायण राणे (Narayan Rane) को समन जारी किया है. शिवसेना (यूबीटी) नेता विनायक राउत (Vinayak Raut ) की याचिका पर समन जारी किया गया है. विनायक राउत ने अपनी याचिका में नारायण राणे के लोकसभा चुनाव के परिणाम को शून्य घोषित करने की मांग की है.
हाई कोर्ट ने नारायण राणे को जो समन जारी किया है, उसके तहत 12 सितंबर को जवाब दाखिल करना है. मामले की सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस सारंग कोटवाल की एकल पीठ ने की. महाराष्ट्र के तटीय कोंकण क्षेत्र में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से लोकसभा चुनाव हारने वाले विनायक राउत ने आरोप लगाते हुए पुनर्मतदान की मांग की है. उनका आरोप है कि चुनाव जीतने वाले बीजेपी के नेता नारायण राणे ने भ्रष्ट और अवैध तरीकों का इस्तेमाल किया है.
विनायक राउत ने मतदाताओं पर दबाव डालने का लगाया आरोप
विनायक राउत ने नारायण राणे पर प्रचार के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है. अधिवक्ता असीम सरोदे के जरिए दाखिल की गई याचिका में संजय राउत ने यह भी आरोप लगाया है कि राणे के राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने सक्रिय रूप से और खुले तौर पर मतदाताओं पर दबाव डाला था और वोटों के बदले पैसे बांटकर उन्हें लालच दिया था. नारायण राणे जो उस समय केंद्रीय मंत्री थे, उन्होंने दो बार के सांसद विनायक राउत को हराया था.
दो चुनाव में विनायक राउत ने राणे के बेटे को दी थी मात
विनायक राणे शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के करीबी माने जाते हैं. नारायण राणे को चुनाव में 448,514 वोट मिले थे, जबकि विनायक राउत को 4,00,656 वोट प्राप्त हुआ था. राणे के पक्ष में 49.07 प्रतिशत, जबकि राउत के पक्ष में 43.83 प्रतिशत वोट गया था. राउत ने 2014 और 2019 में इस सीट से चुनाव जीता था, जब उन्होंने दोनों बार नारायण राणे के बेटे निलेश राणे को हराया था.
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