Mumbai News: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में वायरल संक्रमण का प्रकोप तेजी से हो रहा है. इससे एक एक साल के बच्चे की मौत हो गई है. यह बच्चा पिछले हफ्ते से अस्पताल में भर्ती था. मुंबई में इस साल अब तक 126 बच्चे इसके संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. नगर निगम के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों का कहना है कि खसरा ब्रांकोनिमोनिया के साथ ही गुर्दे खराब होने व सेप्टीसीमिया के कारण बच्चे की मौत हुई है.


कैसे हुई बच्चे की मौत


बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि नल बाजार इलाके में रहने वाला बच्चा चिंचपोकली में बीएमसी द्वारा संचालित कस्तूरबा अस्पताल में पिछले हफ्ते से भर्ती था. सोमवार को उसकी मौत हो गई. अधिकारि ने बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक, ''खसरा ब्रांकोनिमोनिया के साथ ही गुर्दे खराब होने व सेप्टीसीमिया के कारण बच्चे की मौत हुई है.


बृह्नमुंबई महानगर पालिका की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया है कि मुंबई के कुछ इलाकों में खसरे का प्रकोप देखने को मिला है. सितंबर से कम से कम 96 बच्चे इससे संक्रमित पाए जा चुके हैं, जबकि इस साल जनवरी से देखें तो यह आंकड़ा 126 है. बीएमसी ने खसरा प्रभावित बच्चों के उपचार के लिए कस्तूरबा अस्पताल में एक विशेष वार्ड स्थापित किया है.


सोमवार को कितने बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए


बुलेटिन के मुताबिक चार नवंबर से 14 नवंबर के बीच 61 बच्चों को खसरे जैसे लक्षणों के साथ कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसमें बताया गया कि उनमें से 12 को सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बीएमसी की ओर से इससे पहले जारी एक बयान में बताया गया था, ''खसरे में बच्चे को बुखार, सर्दी, खांसी और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं. इस बीमारी से जटिलताएं उन बच्चों में गंभीर हो सकती हैं जिन्हें आंशिक रूप से टीका लगाया गया है या जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है.'' बीएमसी ने खसरे के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे आउटब्रीक (प्रकोप) बताया है. एमएस वॉर्ड के अधिकारी और कर्मचारी घर-घर जाकर बच्चों का सर्वेक्षण कर रहे हैं. 


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