अजित पवार के भरोसेमंद छगन भुजबल को क्यों नहीं बनाया गया मंत्री? अब हुआ बड़ा खुलासा
Chhagan Bhujbal News: छगन भुजबल को मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर उनके समर्थकों ने रविवार को जमकर हंगमा किया. नासिक में उनके समर्थकों ने एनसीपी ऑफिस के बाहर टायर जलाया.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में रविवार (15 दिसंबर) को देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट का विस्तार किया गया. इसमें कुल 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. हालांकि इस मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शिवसेना एकनाथ शिंदे और अजित पवार गुट के कुछ विधायक नाराज हो गए. इनमें दिग्गज नेता छगन भुजबल का नाम भी शामिल है.
दरअसल, महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद बीजेपी छोड़कर दोनों ही सहयोगी दलों के कुछ नेता नाराज हैं. वहीं एनसीपी अजीत पवार की पार्टी से इस बार मंत्री पद ना मिलने से छगन भुजबल भी नाराज है. भुजबल ने कहा कि उन्होंने मराठा नेता जरंगे पाटिल के खिलाफ भूमिका ली, ओबीसी में से मराठा आरक्षण को विरोध किया, इस का इनाम मुझे कल मिला. मुझे मंत्री पद गंवाना पड़ा. छगन भुजबल ने ये नाराजगी खुले आम जाहिर की.
समर्थकों ने किया हंगामा
छगन भुजबल को मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर उनके समर्थकों ने रविवार को जमकर हंगमा किया. नासिक में उनके समर्थकों ने एनसीपी ऑफिस के बाहर टायर जलाया.
शिंदे गुट के भी कई विधायक नाराज
यही नहीं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे गुट में मंत्री नहीं बनाए जाने से दर्जनभर नेता खफा हैं. शिंदे गुट की तरफ से विधायक प्रकाश सुर्वे, नरेंद्र भोंडेकर, विजय शिवतारे, राजेंद्र गावित, भावना गवली, तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार जैसा बड़े नेता नाराज हैं. इनमें से कुछ विधायक सोमवार को शीतकालिन सत्र मे आए ही नहीं. जबकि कुछ विधायक शपथ ग्रहण समारोह के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र चले गए.
बनाए गए 33 मंत्री
बता दें कि रविवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में कुल 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. इनमें 33 को कैबिनेट और छह को राज्य मंत्री शामिल हैं. देवेंद्र फडणवीस की नई कैबिनेट में बीजेपी के कोटे से 19, शिवसेना एकनाथ शिंदे के कोटे से 11 जबकि एनसीपी अजित पवार के कोटे से नौ मंत्री बनाए गए हैं.
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