Maharashtra News: अजित पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल को धमकी भरा पत्र मिला है. उनके दफ्तर ने जानकारी दी कि छगन भुजबल को धमकी भरी चिट्ठी मिली है. भुजबल के समर्थकों ने उनके लिए अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है. बता दें कि छगन भुजबल ने 3 फरवरी को दावा किया था कि उन्होंने 16 नवंबर को महाराष्ट्र कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन इस बात को गुप्त रखा था. छगन भुजबल ने कहा था कि उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के पद से इस्तीफा दो महीने पहले 16 नवंबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सौंप दिया था, जब मराठा आरक्षण मुद्दे पर राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चरम पर था, लेकिन उन्होंने इस पर चुप रहना ही बेहतर समझा.


भुजबल ने कहा था कि उनका त्याग पत्र अभी भी शिंदे के पास है, लेकिन अब वह समाज के हित में और ओबीसी को न्याय सुनिश्चित करने के बड़े उद्देश्य के लिए येओला (नासिक) से विधायक पद छोड़ने की योजना बना रहे हैं. 




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वहीं, मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र के मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल ने मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की राह में बाधाएं पैदा कीं तो वह ‘‘मंडल आयोग को चुनौती देंगे.


फोन पर 12 बार जान से मारने की मिली थी धमकी


पिछले साल छनग भुजबल को उनके फोन पर लगातार 12 बार जान से मारने की धमकी वाले संदेश मिले थे. भुजबल को मौजूदा ओबीसी आरक्षण से कोटा देने के अपने कड़े विरोध के कारण मराठा समुदाय का क्रोध झेलना पड़ा था. पुंडलिक नगर पुलिस स्टेशन में एनसीपी समूह के नेता मनोज घोडाके ने शिकायत दर्ज कराई थी. एहतियात के तौर पर, महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस ने व्यक्तिगत सुरक्षा कवर बढ़ा दिया था और मुंबई और नासिक में भुजबल के घर और कार्यालयों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी थी.