Chhatrapati Sabhajinagar: छत्रपति सांभाजी नगर पुलिस ने कार चोरी का 'फैमिली बिजनेस' चला रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इस परिवार ने कार चोरी का गैंग बना रखा था जिसमें एक व्यक्ति और उसके तीन बेटे शामिल थे. फिलहाल पुलिस ने पिता और एक बेटे को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की पूछताछ में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है.
पिता और बेटे मिलकर कार चुराते और फिर उन्हें अस्पताल के पार्किंग लॉट में पार्क कर देते थे ताकि किसी की नजर में न आएं. इस गैंग पर राज्यभर में 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं और उन्होंने अकेले छत्रपति सांभाजीनगर से 9 गाड़ियां चुराई हैं. पिता-पुत्र की इस जोड़ी की पहचान शेख दाऊद (58) और अरबाज (19) के रूप में हुई है. अरबाज, दाऊद का सबसे छोटा बेटा है. चोरी के इस अपराध में उनके साथ परिवार के सदस्य के अलावा पंजाब से उनका एक साथी भी शामिल था.
अस्पताल में मरीज के रिश्तेदार बनकर घुसते थे
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक क्राइम ब्रांच के एसआई प्रवीण वाघ न बताया कि यह जानकारी सामने आई थी कि हर चोरी के बाद कार को वे अस्पताल में पार्क कर देते थे. वे मरीजों के रिश्तेदार के रूप में खुद को दिखाते थे और अस्पताल के परिसर में कार पार्क कर देते थे. दो-तीन दिन इंतजार करने के बाद, वे कार को को दूर ले जाते थे या तो दक्षिण भारत या उत्तर भारत और फिर उसे ठिकाने लगा देते थे.
सिक्योरिटी अलार्म तोड़ते ही 2 मिनट में चुरा लेते थे कार
बताया जा रहा है कि अपने साथी के साथ मिलकर कार के सिक्योरिटी अलार्म को डिसेबल कर देते थे. सिक्योरिटी अलार्म को डिसेबल करते ही ये कार को दो-चार मिनट के अंदर ही चुरा लेते थे. इन लोगों ने महाराष्ट्र के लगभग सभी बड़े शहरों से कार की चोरी की है. सीसीटीवी कैमरे में इन चोरों के चेहरे दिखने के बावजूद भी इन्हें पकड़ना मुश्किल हो गया था. इन लोगों ने जो आखिरी कार चुराई है उसकी कीमत 20 लाख रुपये है.
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